समस्तीपुर, । हसनपुर के बड़गांव में रविवार सुबह छठ पूजा के दौरान मंदिर की दीवार गिर जाने से कई लोग मलबे में दब गए। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया है। मलबे से दो महिलाओं के शव निकाले जा चुके हैं।
यह हादसा छठ घाट के पास तालाब के किनारे बने काली मंदिर की दीवार ढहने से हुआ। मलबे में कम से कम 12 लोगों के दबे होने की आशंका है। हादसे के बाद घाट पर अफरातफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। पुलिस पहुंच चुकी है। जेसीबी से मलबा हटाया जा रहा है। रोसड़ा से एसडीओ अमन कुमार भी मौजूद हैं। उन्होंने दो महिलाओं की मौत की पुष्टि की है।
इस घटना के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे. मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर मौजूद पुलिस वहां पहुंची। मलवा को हटाने के लिए मौैके पर जेसीबी मशीन भी मंगवाई गई है. मृतको की शिनाख्त कर ली गई है। मरने वाली दो महिलाओं में लीला देवी 62 वर्ष और बच्ची देवी 60 वर्ष शामिल हैं। फिलहाल घटनास्थल पर राहत और बचाव का काम चल रहा है. घटनास्थल पर रोसड़ा से एसडीओ अमन कुमार भी पहुंचे हैं. फिलहाल स्थानीय लोगों की मदद से राहत और बचाव कार्य जारी है।
इससे पहले बिहार के ही औरंगाबाद में भी छठ के मौके पर अर्घ्य के बाद बेकाबू हुई भीड़ से दबकर दो बच्चों की मौत हो गई है। मृतकों में पटना के बिहटा का एक 6 वर्षीय बालक और दूसरा भोजपुर के सहार की एक डेढ़ साल की बच्ची शामिल है। हालांकि इस घटना में कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है. घायलों को निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसा देव प्रखंड मुख्यालय स्थित सुर्यकुंड के पास का है। घटना के बाद पूरे मेला क्षेत्र में अफरातफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे. घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आया और तत्काल हालात पर नियंत्रण पा लिया. जिससे अफरातफरी के बाद उत्पन्न हो सका माहौल शांत हो सका।