सीतापुर : जान जोखिम में डालकर स्कूल पढ़ने जाते हैं छात्र

सीतापुर। सकरन विकास खण्ड सकरन क्षेत्र के अंतर्गत ब्लॉक मुख्यालय की ग्राम पंचायत सांडा के गोपालापुर गांव में बच्चों को प्राथमिक विद्यालय बाछेपुर पढ़ने के लिए कोई रास्ता न होने के कारण तालाब की पटरी का सहारा लेना पड़ता है। गांव वालों का कहना है कि देश की आजादी हुए काफी लंबा समय बीत गया लेकिन गांव को जोड़ने वाला महज 150 मीटर का रास्ता राजस्व विभाग में दर्ज गाटा संख्या 61अभी भी अपनी स्थिति पर आंसू बहा रहा है।

रास्ते पर बरसात के समय काफी जल भराव हो जाता है। बड़े-बड़े गड्ढे भी हैं वर्तमान समय में रास्ता जल मार्ग नहीं है जिस कारण बच्चों को तालाब की पटरी का सहारा लेना पड़ता है। बरसात के समय तालाब भी जलमग्न हो जाते हैं जिससे अभिभावकों को कोई अनहोनी न घटित हो बच्चों के प्रति चिंता बनी रहती है।

सड़क न होने के कारण मजबूर हैं नौनिहाल

कई बार ब्लॉक मुख्यालय पर शिकायत करने के बावजूद भी आज तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है। विद्यालय के अंदर इंटरलॉकिंग तो लगी है लेकिन वहीं विद्यालय आने वाले बच्चों के लिए कोई रास्ता नहीं है। समस्या पर ग्राम पंचायत अधिकारी शिवमंगल मिश्र ने बताया 6 माह पूर्व राजस्व विभाग से चिन्हित हेतु सहयोग मांगा गया था। जिसके सम्बन्ध में ब्लॉक कार्यालय से चिट्ठी भी भेजी गई थी। लेकिन अभी तक सहयोग नहीं मिला है इसलिए निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है। मामले को लेकर क्षेत्रीय लेखपाल सत्येंद्र यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया की जांच के लिए पत्र मिला है जांच कर ग्राम विकास विभाग को रास्ता बनवाने के लिए लिखा जाएगा।

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