नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में शनिवार को तीस हजारी कोर्ट में हुई घटना के बाद से पुलिस और वकीलों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। कोर्ट परिसर में पुलिस के लिए दाखिल होना मुश्किल हो रहा है। इसके मद्देनजर मंगलवार सुबह दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर दिल्ली के सभी पुलिसकर्मी एकजुट हुए और जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वे अपने विरोध के जरिए पुलिसकर्मियों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
#WATCH Delhi: Police personnel raise slogans of "we want justice" outside the Police Head Quarters (PHQ) in ITO. They are protesting against the clash that broke out between police & lawyers at Tis Hazari Court on 2nd November. pic.twitter.com/XFAbQn2gay
— ANI (@ANI) November 5, 2019
Delhi Commissioner of Police Amulya Patnaik: I appeal to all to maintain peace. It's trying time for us. We need to fulfill the responsibility of maintaining&assuring law&order.
It is expected from us that we the protectors of law will continue to assure law&order in the capital https://t.co/7Mj5hKMsH8— ANI (@ANI) November 5, 2019
प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों का कहना है कि उन्हें बेरहमी से पीटा गया, उनकी पिस्टल छीनी गई। अगर इस तरह पुलिसवालों के साथ मारपीट होगी तो उनका मनोबल टूट जाएगा। ऐसे में कैसे जनता की सुरक्षा की जाएगी। इस प्रदर्शन में पूरी दिल्ली से पुलिसकर्मी आए हैं। जो सभी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
Mockery of the system. I only wish people at helm of affairs take strictest action. Else morale of the force suffers n will embolden hooligans to take law into their hands. https://t.co/Dz5Jnpuclw
— D Roopa IPS (@D_Roopa_IPS) November 4, 2019
मोदी है तो ही मुमकिन है
वकीलों के खिलाफ दिल्ली पुलिस के विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में सरकार पर सवाल उठाते हुए लिखा कि 72 साल में पहली बार पुलिस प्रदर्शन पर! क्या ये है भाजपा का न्यू इंडिया? देश को भाजपा कहां ले जाएगी? कहां गुम हैं गृह मंत्री अमित शाह? मोदी है तो ही ये मुमकिन है!
72 साल में पहली बार – पुलिस प्रदर्शन पर!
क्या ये है भाजपा का ‘न्यू इंडिया’?
देश को कहाँ और ले जाएगी भाजपा?
कहाँ गुम हैं गृह मंत्री, श्री अमित शाह?
मोदी है तो ही ये मुमकिन है!!! pic.twitter.com/SXNNF6vcYI
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 5, 2019
मैसेज भी सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल
इससे संबंधित एक मैसेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल शनिवार को तीस हजारी कोर्ट में दोनों पक्षों के बीच हुई भिड़ंत में 20 पुलिसकर्मी जबकि 8 वकील घायल हो गए थे। इस घटना के बाद से सभी जिला अदालतों में असुरक्षा का माहौल है। सोमवार को अदालतों में पुलिस सुरक्षा के लिए और कैदियों की पेशी के लिए नहीं पहुंची। उनको कोर्ट में खुद के असुरक्षित होने का डर है। एक-दो जगहों पर जहां पुलिसकर्मी अदालत पहुंचे तो वहां उनकी पिटाई कर दी गई। इसके चलते यह समस्या बढ़ती जा रही है।
पुलिस कमिश्नर से करेंगे सुरक्षा की मांग
दिल्ली पुलिस के जवानों ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि वह सुबह बड़ी संख्या में पुलिस मुख्यालय पर एकत्रित हुए हैं। वह पुलिस कमिश्नर से मिलकर अपनी सुरक्षा की मांग करेंगे। आज दिल्ली में सरेआम पुलिसकर्मियों को पीटा जा रहा है। जिस पुलिसकर्मी ने गोली चलाई है या मारपीट की है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन इसके लिए सभी पुलिसकर्मियों को जिम्मेदार ठहरा कर उनके साथ मारपीट किया जाना पूरी तरह से गलत है।
सुरक्षा प्रदान करने वाले की कौन करेगा सुरक्षा !
पुलिस सूत्रों के अनुसार राजधानी में बढ़ते अपराध को रोकने व लोगों की सहायता करने वाले पुलिसकर्मी खुद सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि जो लोगों की सुरक्षा में दिन-रात ड्यूटी कर रहे हैं अगर वह अपना काम छोड़कर प्रदर्शन करेंगे तो दिल्ली के लोगों की सुरक्षा कौन करेगा ? दैनिक घटनाक्रम के शिकार पीड़ितों की कौन सुनेगा?