कानपुर। कैंट बोर्ड में एंटी करप्शन टीम ने बाबू और चपरासी को 20 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ लिया है। बाबू ने रिटायर्ड सफाई कर्मी की पेंशन के नाम पर चपरासी के जरिए 40 हजार रुपये लेने की मांग की थी। एंटी करप्शन टीम दोनों से पूछताछ कर रही है। आरोपित लिपिक ने एक सेवानिवृत महिला कर्मचारी से प्रोविडेंट फंड और पेंशन निर्धारण कराने के एवज में 50 हजार रुपये मांगे थे।
सीबीआई की एंटी करप्शन टीम बुधवार की दोपहर करीब 11:00 बजे छावनी परिषद पहुंची। उन्होंने यहां पर वरिष्ठ लिपिक धर्मेंद्र को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों के मुताबिक 30 जून को छावनी परिषद की सफाई कर्मचारी रामवती सेवानिवृत हुई थी। सेवानिवृत्ति के बाद प्रोवाइड फंड और ग्रेविटी के भुगतान के अलावा पेंशन का निर्धारण भी होना था। छावनी परिषद में इसके लिए लंबी प्रक्रिया है। प्रक्रिया को जल्दी पूरी करने के नाम पर वरिष्ठ लिपिक ने महिला कर्मचारी से 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। महिला कर्मचारी की शिकायत पर ही टीम ने छापा मारा और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
टीम ने बताया कि जांच पड़ताल के बाद घूसखोर बाबू और चपरासी के खिलाफ कैंट में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही दाखिल किया जाएगा। यहां से दोनों को जेल भेजा जाएगा। विभाग को भी कार्रवाई के लिए एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी।