कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में रविवार को राष्ट्रीय सेवा योजना का स्थापना दिवस समारोह, वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि पदम्श्री जल योद्धा उमाशंकर पाण्डेय, विवि के कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक, विशिष्ट अतिथि डॉ0 वन्दना पाठक, विशिष्ट अतिथि प्रति कुलपति प्रो0 सुधीर कुमार अवस्थी, विशिष्ट अतिथि निदेशक महाविद्यालय विकास परिषद प्रो0 राजेश कुमार द्विवेदी, कुलसचिव डॉ0 अनिल कुमार यादव, प्रो0 केएन मिश्रा द्वारा दीप प्रज्जवलन से हुआ।समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना प्रो0 केएन मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना की सभी कार्यक्रम अधिकारी तथा स्वयंसेवक कुलपति के नेतृत्व में लगातार सेवा के उत्कृष्ठ कार्य कर रहे अधिकारियों सम्मान का दिन है। राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत का गायन अकबरपुर डिग्री कालेज की छात्र/छात्राओं द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि पदम्श्री, जल योद्धा उमाशंकर पाण्डेय ने उपस्थित छात्रो को बताया कि कैसे साधना के माध्यम से साध्य को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होनें कहा इस सृष्टि में परमेश्वर की सबसे बड़ी कृति माँ है। इस सृष्टि में वे व्यक्ति श्रेष्ठ है जो आप को अपने से बड़ा होते देखना चाहते है। उन्होनें माता-पिता का उदाहरण देते हुये बताया कि माता-पिता अपने पुत्र को हमेशा श्रेष्ठ होता देखना चाहते है। उन्होनें आगे बताया कि श्रेष्ठता के क्रम में दूसरा नाम शिक्षक का आता है। हर शिक्षक यह चाहता है कि उसका पढ़ाया हुआ छात्र सर्वश्रेष्ठ बनें। इस क्रम में उन्होनें मित्रता को तीसरा स्थान दिया।
उन्होनें कहा सच्चा मित्र अपने मित्र के लिये हमेशा उसके आगे बढ़ने की कामना करता है।विश्व योग दिवस पर को गाँवों एवं बस्तियों में योगोत्सव आयोजन में योगदान देने पर अधिकारियों को प्रशस्ति प्रदान किया गया।श्रेष्ठ कार्य करने वाले अधिकारियों को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक ने कहा कि जीवन में नाम कमाने की इच्छा जैसे बलशाली बनने की, धनवान बनने की, लेकिन वास्तविक नाम उसी का ही होता जो समाज एवं मानवता के लिये अपने को समर्पित कर देता है। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी डॉ0 विशाल शर्मा, डॉ0 मानस उपाध्याय, डॉ0 पंकज द्विवेदी, डॉ0 स्नेह पाण्डेय, डॉ0 पुष्पा ममोरिया एवं शिक्षकगण तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक उपस्थित थे।