
28 सितंबर की रात जयपुर स्थित भाजपा कार्यालय में देवी सिंह भाटी को सदस्यता ग्रहण कराई गई। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी पी जोशी ने पार्टी के राजस्थान प्रभारी प्रह्लाद जोशी की मौजूदगी में उनके गले में भाजपा का दुपट्टा डाल घर वापसी करवाई। भाटी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया के करीबी माने जाते हैं।
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बीकानेर के कोलायत से 7 बार विधायक
पार्टी में शामिल हो बोले- कुछ गिले शिकवे थे जो अब हुए दूर
भाजपा में कई दिग्गज हुए शामिल
दिग्गज नेता हैं भाटी
चुनावों से पहले ही भाजपा में कई बड़े लोगों ने भाजपा जॉइन कर ली है तो कइयों ने घर वापसी की है। इनमें एक नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में है वो देवी सिंह भाटी का है। बीकानेर के कोलायत से 7 बार विधायक रहे भाटी वसुंधरा राजे सिंधिया सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। 2019 में ये भाजपा से अलग हुए थे।
पूर्व मंत्री और सात बार के पूर्व विधायक श्री देवी सिंह भाटी ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। पूर्व में भी भाजपा ने इनके अनुभवों का लाभ उठाया है, अब इनके दोबारा पार्टी में शामिल होने से भाजपा और मजबूत हुई है।
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) September 28, 2023
प्रदेश चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री श्री @JoshiPralhad,… pic.twitter.com/zQ6YYopj1J
अपनी घर वापसी को पूर्व मंत्री ने गर्व का पल करार दिया है। सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा-
‘पांच वर्ष बाद आपने हमें छाती से लगाया है, मै खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। मैं किन्हीं बिन्दुओं के कारण भटक गया था। और कुछ गिले शिकवे थे। वो अब दूर हो गए हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में भारत का मान बढ़ाया है। आने वाले समय मे हमारे सभी समर्थक सड़कों पर उतरेंगे और कांग्रेस की नकारा सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का शासन आना तय है। 2023 में कमल खिलेगा।’
77 साल के भाटी ने नाराज होकर 2019 में भाजपा छोड़ दी थी। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के खिलाफ बगावत की थी। लेकिन जब साबित नहीं हो पाया तो अलग थलग पड़ने के बाद उन्होंने पार्टी से किनारा कर सामाजिक न्याय मंच का गठन किया था।
कई बड़े नेता भाजपा में हुए शामिल
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 का ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन इससे पहले ही बीजेपी में राजस्थान के कई बड़े नेताओं के शामिल होने का सिलसिला शुरू हो गया है। भाटी के साथ सीएलसी कोचिंग निदेशक श्रवण चौधरी, बांदीकुई से बसपा के पूर्व प्रत्याशी भागचंद सैनी और सीकर के बीएल रणवां ने भी भाजपा का दामन थामा। माना जा रहा है कि भाजपा का मजबूत होता गढ़ कांग्रेस के कमजोरी का कारण बन सकता है।
पिछले एक महीने में ही कइयों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। इनमें कांग्रेस के बड़े बड़ों का नाम भी शामिल है। मई -जून के महीने में पूर्व सांसद सुभाष महरिया, पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे ओम प्रकाश पहाड़िया, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के पारिवारिक सदस्य और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य विजेंद्र सिंह शेखावत का नाम शामिल है।
वहीं जुलाई में 17 नेताओं ने एक साथ भाजपा जॉइन की थी। जिनमें वसुंधरा सरकार के खिलाफ आंदोलन करने वाले CPM के पूर्व विधायक पवन दुग्गल भी थे। वो अपनी पत्नी के साथ पार्टी में शामिल हुए थे।