लखीमपुर : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, एसडीएम ने दिलाया संकल्प

लखीमपुर खीरी। महिला कल्याण विभाग के तत्वावधान में गुरुवार को तहसील धौरहरा सभागार में एकदिवसीय “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभिमुखीकरण कार्यशाला हुई, जिसकी शुरुआत एसडीएम धीरेंद्र सिंह, विधायक प्रतिनिधि सरयू प्रकाश पांडे ने डीपीओ संजय निगम, बीडीओ चंदन देव पांडे, सीडीपीओ सुजीत कुमार संग दीप जलाकर की। कार्यशाला का सफल संयोजन डीपीओ संजय निगम ने किया।

एसडीएम धीरेंद्र सिंह ने मौजूद महिलाओं एवं बालिकाओं को संकल्प दिलाया कि जन्म से पूर्व लिंग परीक्षण का विरोध करें। बेटा एवं बेटी में भेद करने वाली हर सामाजिक कुरीतियों का बहिष्कार करें। कन्या के जन्म का स्वागत करते हुए हर एक बेटी को पढ़ायें। इस प्रतिज्ञा के साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में सम्मिलित होते हुए अपना समर्थन दे।

डीपीओ संजय कुमार निगम ने कहा कि घर का चिराग केवल लड़के ही नहीं होते, बल्कि लड़कियां भी घर में उजाला फैलाती हैं। उनकी ममता और प्रतिभा की लौ से ही दुनिया रोशन है। कन्या भ्रूण हत्या जैसा पाप करने वालों को यह याद रखना चाहिए कि वह भी किसी औरत की वजह से ही इस दुनिया में आए हैं। दुनिया का अस्तित्व बेटी पर ही टिका है। बीडीओ चंदन देव पांडे ने कहा कि बेटियां आज समाज के हर क्षेत्र में अपनी सफलता के झंडे गाड़ रही हैं। उनकी उपेक्षा करने वाले अज्ञानी हैं। लोगों में बेटियों के प्रति जागरूकता पैदा करने में इस तरह के अभियानों की महती भूमिका है।

डीपीओ ने कहा कि बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कहा कि बच्चों के बेहतर भविष्य और अधिक समृद्ध समाज के लिए पोषण अत्यन्त जरूरी है। शिशु व बाल मृत्यु में वृद्धि का एक प्रमुख कारण मातृ एवं शिशु कुपोषण है। कुपोषण की रोकथाम में सबसे बड़ी चुनौती समाज, परिवार एवं व्यक्ति के स्तर पर पोषण सम्बन्धी मौजूदा व्यवहारों, धारणाओं, मिथकों में परिवर्तन लाना है। 

महिला कल्याण अधिकारी आर्य मित्रा बिस्ट, डीसी निक्की गुप्ता, केंद्र प्रशासिका वन स्टाफ सेंटर रश्मि चतुर्वेदी ने मिलकर योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने सीएम कन्या सुमंगला योजना, सीएम बाल सेवा योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, निराश्रित महिला पेंशन, पीएम केयर्स योजना सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की पात्रता, शर्तें एवं मिलने वाले लाभ की जानकारी दी। 

कार्यक्रम को सीडीपीओ सुजीत कुमार, काउंसलर कयूम जरवानी, संरक्षण अधिकारी अनुज चतुर्वेदी, गंगासागर यादव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारियों ने महिलापरक योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। कार्यशाला में बड़ी संख्या में महिलाएं, स्वयं सहायता समूह की दीदी, आशा एवं आंगनवाड़ी एवं बालिकाएं मौजूद रही।

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