दिल्ली में आयोजित G20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (P20) में कनाडा की स्पीकर रेमोंडे गैग्ने शामिल नहीं होंगी। हालांकि पहले उनके शामिल होने की बात कही गई थी, लेकिन कनाडा-भारत विवाद के बीच उन्होंने दिल्ली नहीं आने का फैसला किया है।
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा था कि वह कनाडा की सीनेट की स्पीकर के साथ अपनी अनौपचारिक बातचीत में ‘‘कई मुद्दे’’ उठाएंगे।
PM मोदी शुक्रवार को 9वीं P20 समिट का उद्घाटन करेंगे। इसकी थीम ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लिए संसद’ है।
G20 देशों के 10 डिप्टी स्पीकर समिट में आएंगे
यह सम्मेलन 12 से 14 अक्टूबर तक इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर ‘यशोभूमि’ में आयोजित किया जाएगा। इसमें 25 देशों के प्रिजाइडिंग ऑफिसर और G20 सदस्य देशों के 10 डिप्टी स्पीकर शामिल होंगे।
जून 2023 में हुई थी निज्जर की हत्या
18 जून 2023 की शाम कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित गुरुद्वारा की पार्किंग में खालिस्तान टाइगर फोर्स के चीफ आतंकी हरदीप सिंह निज्जर पर दो युवकों ने फायरिंग कर दी थी। निज्जर की मौके पर ही मौत हो गई। निज्जर को भारत ने भगोड़ा घोषित कर रखा था और इस पर 10 लाख रुपए का इनाम भी था।
सितंबर 2023 में कनाडा ने भारत पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया
3 महीने बाद यानी 18 सितंबर 2023 को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स यानी वहां की संसद में एक बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जून में ब्रिटिश कोलंबिया में निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट्स का हाथ हो सकता है। ट्रूडो का इशारा भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ की तरफ था।
कनाडा ने भारत से डिप्लोमैट्स को मलेशिया-सिंगापुर भेजा
इस बीच कनाडा ने भारत से अपने ज्यादातर डिप्लोमैट्स को सिंगापुर और मलेशिया भेज दिया। भारत ने कनाडा को यहां से अपने डिप्लोमैट्स हटाने के लिए कहा था। इसके लिए उन्हें 10 अक्टूबर की डेडलाइन दी गई थी। उसके बाद देश में कनाडा के केवल 21 कनाडाई डिप्लोमैट्स ही बचे हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने कहा था कि भारत में मौजूद कनाडा के एक्स्ट्रा डिप्लोमैट्स हमारे आंतरिक मामलों में दखल देते हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि दोनों देशों में बराबर राजनयिक हों।
भारत ने कनाडा से 41 डिप्लोमैट्स को वापस बुलाने को कहा था
कुछ दिन पहले ही एक रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत ने कनाडा से उनके 41 डिप्लोमैट्स को वापस बुलाने को कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, इन डिप्लोमैट्स को भारत छोड़ने के लिए 10 अक्टूबर की डेडलाइन दी गई है। खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या पर जारी तनाव के बीच ये फैसला लिया गया।
रिपोर्ट में ये भी बताया गया था कि डेडलाइन के बाद इन 41 में से जो डिप्लोमैट भारत में रह जाएंगे, उनको मिलने वाली छूट और दूसरे फायदे (डिप्लोमैटिक इम्यूनिटी) बंद कर दिए जाएंगे। कनाडा के भारत में करीब 62 डिप्लोमैट्स काम करते हैं। 10 अक्टूबर के बाद देश में केवल 21 कनाडाई डिप्लोमैट्स ही बचेंगे।