दैनिक भास्कर ब्यूरो,
बरेली। लोकसभा का चुनाव सामने है। यूपी के जनप्रतिनिधियों को शिकायत है कि पुलिस और जिम्मेदार अफसर फोन नहीं उठाते हैं। पिछले दिनों प्रभारी मंत्री की बैठक में फरीदपुर के विधायक प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल ने इस रवैये पर बड़ा ही सख्त ऐतराज जताया था। आज एसएसपी ने सभी थाने व चौकियों को हर जनप्रतिनिधि का फोन उठाने तथा रिस्पांस देने के निर्देश दिए हैं।
एसएसपी घुले सुशील चन्द्रभान ने एक पत्र जारी किया है जिसमें कहा गया है कि सभी जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नम्बरों को सेव कर लिया जाये। फोन आने पर सभी काल को रिसीव किया जाये तथा काल ना उठाने की स्थिति में मैसेज डाला जाये तथा समय मिलने पर काल बैक किया जाये। आदेशों में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
इस बीच शासन स्तर से भी प्रोटोकाल को लेकर अफसरशाही के पेंच कसे गए हैं। यूपी के चीफ सेकेट्री की ओर से प्रोटोकाल और शिष्टाचार के पालन के निर्देश दिए गए हैं। पूर्व में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना भी विभिन्न मंडल और जिला मुख्यालयों के अफसरों के सामने इसको लेकर नाराजगी जता चुके हैं। अनुश्रवण समिति भी इस मामले में सुनवाई कर चुकी है।
पिछले दिनों बरेली आये प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह की बैठक में फरीदपुर के विधायक प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल ने भी अफसरों के रवैये को लेकर गंभीर सवाल उठाये थे। उनका कहना था कि फोन उठाने और रिस्पांस देने को लेकर रवैया अक्सर लचर रहता है। जिसको लेकर प्रभारी मंत्री ने भी अफसरों को रवैया सुधारने के निर्देश दिए थे।