नई दिल्ली। दिल्ली से मेरठ के बीच बनने वाले देश की पहली रैपिड एक्स ट्रेन के एक सेक्शन का उद्घाटन प्रधानमंत्री 20 अक्टूबर को करेंगे। दिलचस्प यह है कि इसका निर्माण मेक इन इंडिया के तहत होना था। लेकिन सूत्र बताते हैं कि ट्रेन बनाने वाली कंपनी इस रैपिड ट्रेन का ज्यादातर समान बाहर से आयात कर असेंबल कर रही है। ट्रेन की बिजनेस क्लास और इकोनॉमी दोनों क्लास की सीटें डिजाइन और आउटसोर्स चीन से की गई है।
देश की पहली रैपिड एक्स ट्रेन में ज्यादातर सामान चीन से
ट्रेन की कूलिंग और एयरकंडीशन सिस्टम सिडवाल रेफ्रिजनरेशन प्राइवेट लिमिटेड का है, जिसका डिजाइन इंडिया से है पर आउटसोर्स चीन से हुआ है। फायर डिटेक्शन सिस्टम चीन से आउटसोर्स है। सेकेंडरी सस्पेंशन डिजाइन और आउटसोर्स दोनों चीन से आए हैं। पैसेंजर्स सैलून डोर सिस्टम और कैब डोर सिस्टम दोनों चीन से डिजाइन और आउटसोर्स हैं। एयर सस्पेंशन डिजाइन और आउटसोर्स दोनों चीन से है।
रूट मैप, एलईडी स्क्रीन, डेस्टिनेशन इंडिकेटर इनको जर्मनी की कंपनी ने डिजाइन किया है पर ये भी चीन से ही आउटसोर्स हैं। रिले, एमसिबी, पुश बटन, न्यूट्रल सेक्शन डिटेक्टर जैसे इक्विपमेंट हांगकांग बेस्ड चीन की कंपनी से आया है। इससे स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार मेन इन इंडिया प्रोग्राम के तहत कंपनियों को काम तो दे देती हैं, लेकिन इनमें अधिकांश सामान चीन से आयात किया गया होता है।