दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। बिलसंडा में ग्राम पंचायतों में हैंडपंप मरम्मत व रिबोर के नाम पर बड़ा खेल होना सामने आ रहा है। प्रधान-सचिव का गठजोड़ चहेती फार्माे में लाखों की रकम का भुगतान कर रहे हैं, लेकिन धरातल पर हैंडपंपों की दशा जस की तस है। ब्लॉक क्षेत्र कुछ ग्राम पंचायत में प्रेयजल के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं, जबकि प्रधान और सचिव हैंडपंप मरम्मत और रिबोर के नाम पर सरकारी रकम को ठिकाने लगाने में जुटे है। इंडिया मॉर्का हैंडपंप की मरम्मत व रिबोर में आने वाले खर्च से दुगनी रकम का भुगतान कर दिया जाता है। इसके बाद भी ग्राम पंचायतों में कई हैंडपंप खराब पड़े हुए है।
ग्राम पंचायत फिरसाह चुराह व बेहटी में हैंडपंप खराब पड़े है, लेकिन किसी ने भी इन्हें ठीक करवाने की जरूरत नहीं समझी, जबकि हकीकत यह है कि हैंडपंप मरम्मत व रिबोर के नाम पर धन का बंदरबांट हो गया। अगर हैंडपंप मरम्मत व रिबोर के नाम पर हुए भुगतान की सही से जाँच हो जाए तो जिम्मेदारों के साथ -साथ फर्म मालिकों की भी गर्दन फसना लगभग तय है।
इंसेट बयान- अमित शुक्ला बीडीओ
अगर किसी भी ग्राम पंचायत में मानक के विपरीत हैंडपंप मरम्मत व रिबोर के नाम पर पैसा निकला गया तो जाँच कराकर करवाई की जाएगी।