महाराष्ट्र सियासी उटापटक खत्म नहीं हो रहा है। सोमवार को मुंबई के होटल में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के विधायकों की एक बैठक हुई। इसमें सभी विधायकों की परेड कराई गई। वहीं पार्टी के साथ रहने की शपथ दिलाई गई। तीनों पार्टियों के शपथ लेने पर भाजपा हमलावर हो गई। बीजेपी विधायक आशीष शेलार ने विधायक आदित्य ठाकरे के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम पर शपथ लेने पर तंज कसा है।
उन्होंने कहा कि शिवसेना नेताओं ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया है। यह दिखाता है कि इनका हिंदुत्व कितना खोखला है। शेलार ने कहा ये परेड चुने हुए विधायकों का अपमान है। परेड आरोपियों की पहचान के लिए कराई जाती है। आज शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने अपने विधायकों को कटघरे में आरोपी की तरह खड़ा कर उनकी पहचान कराई। यह उनका अपमान है। महाराष्ट्र की जनता सब नाटक देख रही है।
#WATCH Mumbai: Shiv Sena-NCP-Congress MLAs assembled at Hotel Hyatt take a pledge, "I swear that under the leadership of Sharad Pawar, Uddhav Thackeray & Sonia Gandhi, I will be honest to my party. I won't get lured by anything. I will not do anything which will benefit BJP". pic.twitter.com/CV8VhOmKl1
— ANI (@ANI) November 25, 2019
बीजेपी विधायक ने आदित्य ठाकरे पर भी हमला किया। उन्होंने कहा, आदित्य ठाकरे ने सोनिया गांधी के नाम पर शपथ ली है। ये अब बाला साहेब की शिवसेना नहीं रही। शेलार ने कहा कि हम पूछना चाहते हैं शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी 162 विधायकों का दावा कर रही हैं, लेकिन क्या वहां 145 विधायक भी मौजूद थे।
वहीं शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर 160 से अधिक विधायकों का समर्थन पत्र सौंप दिया है। एनसीपी का कहना है कि उन्होंने समर्थन पत्र इसलिए दिया ताकि फ्लोर टेस्ट हारने के बाद राष्ट्रपति शासन ना लागू कर दिया जाए। दिलचस्प बात है कि भाजपा ने भी 170 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। मराठी में लिखे गए पत्र लिखा है कि 23/11/2019 को देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले उन्होंने सरकार बनाने में असमर्थता व्यक्त की थी, क्योंकि उनके पास पर्याप्त बहुमत नहीं था। उन्हें अब भी बहुमत साबित करने की आवश्यकता होगी। पत्र में आगे लिखा है, वर्तमान में उनके पास पर्याप्त संख्या नहीं है।
वह बहुमत साबित करने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसी स्थिति में हम सरकार बनाने के लिए अपना दावा पेश कर रहे हैं। पत्र में राज्यपाल से सरकार गठन के लिए उन्हें आमंत्रित करने का आग्रह किया है। पत्र में शिवसेना विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे, राकांपा नेता जयंत पाटील और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोरात के हस्ताक्षर है।