
नई दिल्ली, 1 दिसंबर (हि.स.)। इस बार पांच विधानसभा चुनावों के बाद एक बार फिर से विभिन्न चैनलाें द्वारा जारी एग्ज़िट पोल चर्चा का विषय बने हुए हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड में कांग्रेस भाजपा के बीच सीधी तो मिजोरम और तेलंगाना में कांग्रेस को क्षेत्रीय पार्टियों से टक्कर मिल रही है। चूंकि, विभिन्न एजेंसियों के एग्जिट पाेल में सीटों का काफी अंतर दिख रहा है, इसलिए राजनीतिक दलों तथा जनसामान्य में भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। शुक्रवार को विभिन्न दलों के नेता इन एग्जिट पोल को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर अपने तरीके से प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं।
अमूमन, एग्जिट पोल का परिणाम एकदम सटीक नहीं होता है। यह जीत व हार दर्ज करने के काफी करीब होता है। फिलहाल यह रिपोर्ट आम जनता के साथ साथ राजनीतिक पार्टियों के सामने है लेकिन अधिकांश को यह एग्ज़िट पोल स्वीकार्य नहीं है। तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव कहते हैं कि सटीक पोल हमें अच्छी खबर देंगे। छत्तीसगढ़ भाजपा प्रमुख अरुण साव कहते हैं कि एग्जिट पोल का सैंपल साइज सीमित है, यहां भाजपा सत्ता में आएगी।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कहते हैं कि राजस्थान के लोग कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब होने, महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ने और राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ने से नाराज थे। परिणामस्वरूप उन्होंने सूबे की कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य कहते हैं कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा सरकार बनाएगी। भाजपा नेता आलोक शर्मा कहते हैं कि मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से सभी को लाभ हुआ है। इसलिए लोगों ने राज्य में भाजपा को फिर से जनादेश देने का फैसला किया है।
विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल पर केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते कहते हैं कि मध्य प्रदेश में महिलाओं के लिए किए गए काम, खासकर ‘लाडली बहना’ योजना के कारण ऐसा लगता है कि महिलाएं भाजपा के साथ हैं। यह तय है कि भाजपा ही सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि 2018 में हमने 109 सीटें जीतीं और कांग्रेस ने 114 सीटें जीतीं। भाजपा इस बार और भी बेहतर प्रदर्शन करेगी। हम बहुमत तक पहुंचेंगे।
भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर कहते हैं कि इस बार राजस्थान में बहुत सारे साइलेंट वोटर थे, इसलिए मुझे लगता है कि एग्जिट पोल में दिखाया गया विश्लेषण सही नहीं है। उन्होंने कहा कि अपने पड़ोसी से भी साझा नहीं किया कि उन्होंने किसे वोट दिया है, ऐसे में एग्जिट पोल कितने सटीक हो सकते हैं, हम अंदाजा लगा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वोटिंग के वक्त भाजपा कार्यकर्ताओं ने जो विश्लेषण किया था, वह एग्जिट पोल से कहीं ज्यादा सटीक है। भाजपा राजस्थान में सरकार बनाने जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री और निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद कहते हैं कि एनडीए पांच राज्यों में सरकार बनाएगा, क्योंकि वह गठबंधन धर्म का पालन कर रहा है और लोगों का इसमें भरोसा है। भाजपा नेता नारायण चंदेल कहते हैं कि सर्वे सिर्फ आकलन हैं, छत्तीसगढ़ में भाजपा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी कहते हैं कि मध्य प्रदेश में भाजपा जीतती दिख रही है जबकि कांग्रेस जीत रही है। उन्होंने कहा कि हम मध्य प्रदेश में इतने बहुमत से सरकार बनाएंगे कि भाजपा के लिए सरकार गिराना संभव नहीं होगा।
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टी सिंह देव कहते हैं कि रुझानों से पता चलता है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनाएगी। हमें विश्वास है कि हम 3 दिसंबर को लगभग 60 सीटें जीतेंगे।
राजस्थान के मंत्री प्रताप एस खाचरियावास का कहना हैं कि एग्जिट पोल के मुताबिक भाजपा और कांग्रेस दोनों को कड़ी टक्कर मिल रही है लेकिन स्थिति 3 दिसंबर को ही स्पष्ट होगी।
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता कहते हैं कि 3 दिसंबर को सब कुछ साफ हो जाएगा। एग्जिट पोल तो सिर्फ एक नमूना है। आप 47,000 के नमूने से करोड़ों लोगों के जनादेश का अनुमान नहीं लगा सकते। चार राज्यों में कांग्रेस पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।
एग्जिट पोल पर बीआरएस नेता पुट्टा विष्णुवर्धन रेड्डी का कहना है कि 2018 में एग्जिट पोल बुरी तरह से गलत साबित हो चुके हैं। पिछली बार लगभग 80 प्रतिशत सभी भविष्यवाणियां गलत थीं। इन्होंने कहा कि हम 70 से ज्यादा सीटें जीतने जा रहे हैं। केसीआर तीसरी बार शपथ लेंगे।
दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज कहते हैं कि भाजपा जो मान रही थी कि तेलंगाना दक्षिण में उनका प्रवेश द्वार होगा, ऐसा नहीं होने वाला है। उत्तर भारत के तीन राज्यों में एग्जिट पोल के नतीजे मिले-जुले रहे हैं। एग्जिट पोल पर कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी का कहना है कि मैं आम आदमी की नब्ज जानती हूं और मुझे पता है कि कांग्रेस सत्ता में आ रही है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि कांग्रेस (तेलंगाना में) सरकार बनाएगी।