बस्ती। जलनिगम की 28 ग्रामीण एवं 10 नगरीय अपूर्ण परियोजनाओं की अधिकारियों की टीम द्वारा जॉच कराने के लिए जिलाधिकारी अंद्रा वामसी ने निर्देशित किया है। कलेक्टेªट सभागार में आयोजित जल संचयन संबंधी बैठक में उन्होने निर्देश दिया कि एक जिला स्तरीय अधिकारी तथा एक अभियन्ता की टीम द्वारा परियोजनाओं की गुणवत्ता की जॉच की जायेंगी। बैठक में उन्होने अनुपस्थित भू-गर्भ जल की सहायक अभियन्ता शिप्रा चौबे का वेतन रोकने का आदेश दिया है।
उन्होेने बैठक में सिंचाई, बाढ, जलनिगम, भूमि संरक्षण, लघु सिंचाई, मनरेगा तथा रेन वाटर हार्वेस्टिंग की समीक्षा किया। सरयू नहर खण्ड अयोध्या द्वारा भौतिक कार्य ना कराये जाने पर भी धनराशि का भुगतान किये जाने पर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त किया तथा इस संबंध में अधिशासी अभियन्ता का स्पष्टीकरण तलब करने का निर्देश दिया है। उन्होने बस्ती तथा खलीलाबाद नहर वितरण प्रणाली की समीक्षा किया तथा पूर्ण कार्य के सापेक्ष धनराशि का शतप्रतिशत भुगतान का निर्देश दिया। अधिशासी अभियन्ता सरयू नहर खण्ड 4 राकेश कुमार गौतम ने बताया कि 4 बड़ी एवं 4 छोटी नहरों का कार्य कराया जा रहा है। 4 पुल तथा 3 साइफन स्वीकृत हुए है, जिसे मार्च 2024 तक पूरा करा लिया जायेंगा।
जलनिगम के कार्यो की समीक्षा करते हुए उन्होने अधिशासी अभियन्ता की अनुपस्थिति पर असंतोष व्यक्त किया तथा पिछले दो माह में भौतिक प्रगति एंव भुगतान की रिपोर्ट तलब किया है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अन्तर्गत भूमि संरक्षण अधिकारी कृषि द्वारा मेढ़बन्दी एंव बाध बनाने के कार्य की समीक्षा उनके द्वारा की गयी। मनरेगा के अन्तर्गत तालाब, पोखरों के जीर्णोद्धार का कार्य कराया गया है। इसकी भौतिक एवं वित्तीय प्रगति का विवरण उन्होने तलब किया है। बैठक में सीडीओ जयदेव सीएस, डीसी मनरेगा संजय शर्मा, अधिशासी अभियन्ता राकेश कुमार गौतम, बाढ के दिनेश कुमार, अर्थ एवं संख्या अधिकारी ईशा शर्मा तथा विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहें।