कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कालेज से सम्बंद्ध हैलट अस्पताल में लगभग 7 से 8 करोड की लागत से फिलिप्स की 1.28 सालाइस की सीटी स्कैन मशीन आ गई। जिसे अब सभी वर्ग के मरीजो को बेहतर सुविधा मिलेगी। इस मशीन से दिल में होने वाले ब्लाकेज और एंजियोग्राफी की डिटेल कलेक्ट करने की सुविधा होगी। इसके साथ ही यह सीटी स्कैन मशीन ब्रेन स्ट्रोक के मरीजो के लिए भी एक वरदान का काम करेगी। इससे ब्रेन स्ट्रोक में नसो को कितना नुकसान हुआ है आसानी से बता देंगी। साथ ही अब लोगो को ऐसी जांच कराने के लिए बाहर या अन्य जनपदो में जाने की जरूरत नहीं पडे़ंगी।
हैलट के वार्ड -1 में लगाया जाएगा।
मशीन के बारे में जानकारी देते हुए जीएसवीएम मेडिकल कालेज के रेडियोलाजी विभागध्यक्ष प्रोफेसर डॉ अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि प्राचार्य डॉ संजय काला शासन से लगातार प्रयासों से यह अत्याधुनिक सीटी स्कैन मशीन को लाने में सफलता मिली। डॉ अशोक ने अत्याधुनिक सीटी स्कैन मशीन की खासियत बताते हुए कहा कि यह बहुत ही एडवांस टेक्नोलाजी की मशीन है जिसके माध्यम से हम कार्डियक सीटी स्कैन कर सकते है। इसके साथ ही सभी तरह की एंजियोंग्राफी व दिल की नसो की जांच कर सकते है।
दिल के ब्लाकेज की जल्द पहचान करने में यह मशीन सक्षम है इसके अलावा दिल के बाल्व के सिकुडने और बच्चो में जन्मजात दिल की कोई बीमारी होती है। जिसे कंजेनाइट्रल कहते है तो उसे भी डायग्नोस करने में बहुत ही मदद करेगा। उन्होंने बताया कि कुछ ऐसी एडवांस इमेजिंग है जो ब्रेन की परफ्यूजन इमेजिंग कर सकता है। यह मशीन ब्रेन स्ट्रोक में नसो का कितना ब्लाकेज हुआ है, उसमें कितनी दवा देने से मरीज को फायदा हो सकता है, इसकी महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि अगर ब्रेन स्ट्रोक होने के 4 घंटे में मरीज अस्पताल पहुंच जाता है तो इस मशीन के द्वारा जांच कर उसे बचाने में काफी मदद मिल सकेगी।
-15 से 30 सकेंड में बीमारी की देगी जानकारी
रेडियोलाजिस्ट प्रोफेसर डॉ अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि फिलिप्स कम्पनी की 1.28 सालाइस की क्षमता वाली सीटी स्कैन मशीन मात्र 15 से 30 सेंकड के अन्दर ही मरीज के ब्रेन, हार्ट व एंजियोग्राफी के बारे में इमेजिंग कर प्रस्तुत कर देगी। जिससे पता चल सकेगा कि मरीज को कितनी क्षति पहुंची जिससे तत्काल ही मरीज का इलाज शुरू कर उसे बचाया जा सकेगा।