उन्नाव गैंगरेप पीड़िता (20 साल) ने शुक्रवार रात 11:40 बजे दम तोड़ दिया। पीड़िता को 90 फीसदी जली हुई हालत में गुरुवार रात दिल्ली लाइ गई थी। सफदरजंग अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। गुरुवार की सुबह ही उन्नाव में 5 लोगों ने पीड़िता पर तेल डालकर जला दिया था। योगी राज में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर विपक्षी पार्टियां हमलावर हैं।
समाजवादी पार्टी उन्नाव की बेटी के गुनाहगारों को कड़ी सजा दिलाने के लिए सड़क पर उतर प्रदर्शन कर रही है। सपा के कार्यकर्ता लखनऊ में योगी सरकार के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं और पीड़िता को न्याय दिलाने की बात कह रहे हैं। वहीं लखनऊ में बीजेपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन इतना तेज हुआ कि बीजेपी के प्रदेश कार्यालय को बंद करना पड़ा।
प्रदर्शन के दौरान समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर टायर जला कर अपना विरोध जताया। लेकिन बीजेपी के नेताओं को टायर जलाने की पड़ी है! मगर जो उन्नाव की बेटी जला दी गई उसपर वो खामोश हैं। बीजेपी के प्रवक्ता शलभमनी त्रिपाठी ने टायर जलाने पर बेतुका बयान देते हुए कहा कि,
“अखिलेश जी पर्यावरण इंजीनियर कहे जाते हैं और राहुल बाबा का तो खैर पूछना ही क्या, विरोध के नाम पर जो हुआ, उसने अराजकता की सारी हदें तोड़ दिन, इन्होने बीच सड़क पर टायर जलवा प्रदूषण कम करने के उन सभी प्रयासों की भी ऐसी तैसी कर दी, जिसका लाभ आम लोगों के साथ ही साथ इन्हें भी मिल रहा था।”
ट्वीटर पर बीजेपी नेता शलभमनी त्रिपाठी के ट्वीट का बयान देते हुए सपा नेता आशीष यादव ने कहा कि, “आपकी सरकार के कुशासन में बेटियां जल रही हैं और आपका ध्यान टायर जलाने पर है! बेटियों की सुरक्षा करो वरना कुर्सी छोड़ दो।”
आपकी सरकार के कुशासन में बेटियाँ जल रही हैं और आपका ध्यान टायर जलने पर है ! ‘बेटियों की सुरक्षा करो वरना कुर्सी छोड़ दो’ @shalabhmani https://t.co/8n9jXrPR8n
— Aashish Yadav (@aashishsy) December 7, 2019
बता दें कि, शनिवार सुबह ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी विधानसभा के सामने धरने पर बैठ गए थे। अखिलेश ने कहा कि योगी के राज में कानून की धज्जियां उड़ गई हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव विधानसभा के सामने ही धरने पर बैठ गए। मृतक को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 मिनट का मौन साधने के बाद अखिलेश यादव ने योगी के प्रशासन की विफलता पर सवाल उठाए।