मुंबई (ईएमएस)। सैफ अली खान ने पिता मंसूर अली खान पटौदी के निधन के बाद अपने पैतृक घर पटौदी पैलेस को लेकर बड़ा फैसला किया। उन्होंने पटौदी पैलेस को होटल चलाने के लिए लीज पर दे दिया था, लेकिन फिर साल 2014 में अपनी प्रॉपर्टी को वापस पाने का मौका मिला और कहा जाता है कि इसके लिए उन्हें काफी सारे पैसे देने पड़े थे।
हरियाणा में मौजूद ये पटौदी पैलेस की हवेली अपनी भव्यता और अपने आलीशान एतिहासिक स्ट्रक्चर के लिए काफी मशहूर रही है। बताया जाता हैं कि सैफ को अपनी ही प्रॉपर्टी को वापस पाने के लिए अपने खून-पसीने की कमाई से मोटी रकम चुकानी पड़ी। सैफ ने अपने इंटरव्यू में कहा था, कोई विरासत नहीं मिली। उन्होंने कहा था कि यहां तक कि जिस संपत्ति के लिए कहा जाता है कि उन्हें विरासत में मिली है, वहां भी फिल्मों से कमाए हुए पैसों से ही उन्होंने खरीदी थी।
सैफ की ये पैतृक हवेली पटौदी पैलेस करीब 10 एकड़ में फैली हुई जिसमें लगभग 150 कमरे हैं। इनमें 7 ड्रेसिंग रूम, 7 बेडरूम और सात बिलियर्ड रूम शामिल हैं। सैफ के पिता मंसूर अली खान पटौदी के निधन के बाद, इस हवेली को नीमराना होटल्स को लीज पर दे दिया गया, जिसने साल 2014 तक इस एक लग्जरी प्रॉपर्टी के रूप में चलाया।
सैफ ने कहा था, लोगों की एक फिक्स्ड सोच है उस मामले के लिए और यहां तक कि पटौदी पैलेस के भी साथ। जब मेरे पिता की मृत्यु हो गई तब इसे नीमराना होटल को रेंट पर दे दिया गया। अमन नाथ और फ्रांस के कारोबरी ये होटल चला रहे थे। इसके बाद फ्रांसिस का निधन हो गया। उन्होंने कहा था कि अगर मैं अपना पैलेस वापस चाहता हूं तब मैं उन्हें बता सकता हूं। मैंने कहा कि मुझे ये वापस चाहिए।