सीतापुर : विश्व क्षय रोग दिवस को जिलाधिकारी जारी करेंगे प्रमाण-पत्र

सीतापुर। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के क्रम में जिले की 13 ग्राम पंचायत टीबी मुक्त होने की राह पर हैं। इन ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त किए जाने का दावा जिला स्तरीय तीन सदस्यीय वेलीडेशन कमेटी के समक्ष प्रस्तुत भी कर दिया है। यह कमेटी आगामी 15 फरवरी तक अपनी रिपोर्ट दे देगी। समिति द्वारा दावे की पुष्टि होने पर आगामी विश्व क्षय रोग दिवस (24 मार्च) को जिलाधिकारी द्वारा इन ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त होने की विधिवत घोषणा कर प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायतों के टीबी (क्षय) रोग से मुक्त होने का आधार एक हजार की जनसंख्या पर एक या एक से कम नये टीबी मरीज का होना है। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), आशा कार्यकर्ता और एनटीईपी के सदस्यों के प्रयासों से ही हम इन ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जनपद में कुल 1601 ग्राम पंचायतें हैं जिनमें से 13 को टीबी मुक्त करने का दावा प्रस्तुत किया है। हमारा प्रयास होगा कि हम इसी साल बाकी ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त कर दें जो कि प्रधानमंत्री जी का उद्देश्य है। प्रधानमंत्री ने पिछले साल विश्व क्षय रोग दिवस पर टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान की शुरुआत की थी।
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यह है कमेटी
जिला स्तरीय तीन सदस्यीय वेलीडेशन कमेटी में सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी मानवेंद्र यादव, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. मनोज देशमणि और राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला समन्वयक आशीष दीक्षित शामिल हैं।
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यह हैं ग्राम सभाएं
टीबी रोग से मुक्त होने वाली ग्राम पंचायतों में बेहटा ब्लॉक की कधादा, हरगांव की पीतपुर, कसमंडा की चौरिया, महमूदाबाद की नबीगंज, मिश्रिख की संजराबाद, परसेंडी की उमरिया खानपुर, पिसावां की खजुराना, रामपुर मथुरा की सरैया मसूदपुर, सकरन की पचदेवरा, खैराबाद की सिपाह और परसेहरा कला तथा पहला ब्लॉक की दिल्ली-आगरा और कंडारी शामिल हैं।

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