सीतापुर। नगर में सरकारी भूमि पर भू माफिया न सिर्फ कब्जा कर रहे हैं, बल्कि जमीन पर निर्माण कराकर उसे बेंचने की फिराक में हैं। ऐसा नही है कि तहसील प्रशासन इससे बेखबर है। तहसील प्रशासन की खामोशी से भू माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं। सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की पूरे नगर में चर्चा है। जिसमें तहसील प्रशासन की संलिप्तता पर सवाल उठ रहे हैं।
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सरकारी जमीनों पर अवैध अतिक्रमण हटाने का फरमान जारी किया है। सरकारी जमीनों को भू माफियाओं से कब्जामुक्त कराना तो दूर की बात है। नगर में तहसील प्रशासन की अनदेखी के चलते सरकारी जमीन हड़पने की होड़ सी लगी हुई है। नगर में अवैध कब्जे को लेकर भू माफियाओं के गिरोह सक्रिय हैं।
तहसील से महज एक किलोमीटर के दायरे में सरकारी भूमि पर न केवल कब्जा किया गया है, बल्कि उस पर अवैध निर्माण भी कराया जा रहा है। जिसकी पूरे नगर में चर्चा है, जबकि तहसील प्रशासन के जिम्मेदार आंख बंद किये मौन हैं। लोगों में ये भी चर्चा है ये काला कारनामा जिम्मेदारों की शह के बिना संभव नहीं है।
सूत्र बताते हैं नगर के बाहर राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों तरफ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। यही नही राजस्व सुरक्षित भूमियों के गाटों पर भी दबंगों का अवैध कब्जा व अतिक्रमण साफ तौर पर देखा जा सकता है। जिम्मेदारों की खामोशी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। कहीं भू माफियाओं की आड़ में कोई बड़ा खेल तो नही चल रहा है? आखिर तहसील प्रशासन अवैध कब्जेदारों पर कोई कार्रवाई करने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पा रहा है?
लोगों की माने तो तहसील प्रशासन व भू माफियाओं की मिलीभगत से काले कारनामें को अंजाम दिया जा रहा है। कहा तो ये भी जा रहा है अवैध जमीन पर निर्माण कराकर उसे बेंचने की स्क्रिप्ट तैयार है। अगर इस पर एक्शन नही लिया गया तो भविष्य में इसके घातक परिणाम देखने को मिलेंगे।