नई दिल्ली। एशिया की अगर सबसे बड़ी आवासीय कॉलोनियों का नाम लिया जाए तो उसमें रोहिणी भी शामिल है। 60 वर्ग किलोमीटर में फैले रोहिणी में डेवलपमेंट का काम 80 की दशक में शुरू हुआ था। उसके बाद लगातार रोहिणी ने विकास की ऊंचाईयों को छूआ है। अभी भी रोहिणी के सेक्टर-22 में नया हाई स्ट्रीट रिटेल प्रोजेक्ट डेवलप किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को मिगसन समूह तैयार कर रहा है। रोहिणी सेक्टर-22 स्थित यह प्रोजेक्ट अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (यूईआर) से भी सीधा कनेक्ट होगा, जो कि सीधे एयरपोर्ट से भी कनेक्ट रहेगा। जिससे इस प्रोजेक्ट में निवेश करना निश्चित तौर पर फायदे का सौदा साबित होगा। बेहतर पहुंच क्षेत्र के आस-पास प्रॉपर्टी की कीमतें भी बढ़ाएगा।
जानकारी के मुताबिक यूईआर-2 दिल्ली का तीसरा रिंग रोड होगा। इस रोड के शुरू होने से दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर भीड़भाड़ काफी कम हो जाएगी। यह चार से छह लेन का एक्सप्रेसवे होगा। इसकी लागत 7,700 करोड़ रुपए से ज्यादा है। नेशनल हाईवे नंबर-9 से इसको बहादुरगढ़ में कनेक्ट किया गया है। पश्चिमी-दक्षिणी दिल्ली, आईजीआई एयरपोर्ट और गुरूग्राम के लोग यूईआर-2 के जरिए एनएच-44 तक भी आसानी से पहुंच पाएंगे। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से मिगसन ग्रुप के रोहिणी सेक्टर-22 स्थित प्रोजेक्ट रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों इन्वेस्टर्स को अपनी ओर आकर्षित करेगा। इससे विकास को बढ़ावा मिलेगा। जैसे-जैसे डिमांड बढ़ेगी, प्रॉपर्टी की कीमतों में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे डेवलपर्स और इन्वेस्टर्स दोनों के लिए अनुकूल माहौल तैयार होगा।
मिगसन ग्रुप के एमडी यश मिगलानी का कहना है कि रोहिणी सेक्टर 22 दिल्ली के केंद्र में स्थित है, हमारी परियोजना कमर्शियल रियल एस्टेट क्षेत्र में गेम-चेंजर साबित हो रही है, जिसमें अत्याधुनिक उच्च-स्तरीय सुविधाएं और जरूरतों को पूरा करने वाला एक प्रमुख स्थान है। हमारे रोहिणी सेक्टर-22 स्थित प्रोजेक्ट की यूईआर-2 से सीधी कनेक्टिविटी क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देगा। यह प्रोजेक्ट क्षेत्र के बाकि डेवलपर्स के प्रोजेक्ट्स की तुलना में निवेशकों को काफी बेहतरीन ऑफर और सुविधा प्रदान कर रहा है। जिससे विभिन्न प्रकार के इन्वेस्टर इस ओर आकर्षित होंगे। जिससे यह एक इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बन रहा है।