गोंडा : हाजी शब्बीर के निधन पर हुई शोक गोष्ठी

गोंडा। साहित्यिक संस्था बज्मे शामे गजल के अध्यक्ष हाजी शब्बीर अहमद शबनम के निधन पर नगर कर्नलगंज के शिफा पाली क्लीनिक पर शोक गोष्ठी आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन शमीम अख़्तर अच्छन व संचालन याकूब सिद्दीकी अज़्म ने किया। सबसे पहले शोक प्रस्ताव प्रस्तुत हुआ।तिलावते कुरआन से कारी मासूम रजा ने आग़ाज़ किया। सगीर सिद्दीकी व इमरान मसऊदी ने शबनम साहब की हम्द और नात पेश की।

महामंत्री मुजीब सिद्दीकी ने कहा कि शबनम साहब दो दशकों से बज़्म के ऐसे सद्र थे कि बीमार होने के बावजूद वह बज़्म और अदब के लिए आखीर तक सक्रिय रहे। मरहूम बहुमुखी प्रतिभा के धनी व बेहतरीन शायर थे। जनाजे की अपार भीड़ से अंदाज़ा हुआ कि वह खास व आम में कितने हर दिल अज़ीज़ थे। संरक्षक गणेश तिवारी नेश ने विद्यार्थी जीवन से अब तक अपने सहपाठी शब्बीर शबनम की यादों का स्मरण करते हुए गहरा दुख व्यक्त किया।

डॉ असलम, नियाज़ क़मर, मुबीन मंसूरी , अजय श्रीवास्तव, वीरेंद्र तिवारी श्बेतुकश् व निजामुद्दीन श्शम्सश् ने मरहूम को अपनी रचनाओं से खिराजे अकीदत पेश किये। साथ ही हाजी रमजान राईनी, डॉण् हबीबुल्लाह, मौलाना उवैस कादरी, अवधराज वर्मा और मरहूम के भाई फहीम अहमद उर्फ़ पप्पू, वसीम अहमद, भतीजे जियाउल हक़ ने शब्बीर शबनम को भावपूर्ण श्रद्धा.सुमन अर्पित किया। वक्ता गण ने उन्हें एक सफल व्यावसायी, अच्छा खिलाड़ी, मुफ्त इलाज करने वाला चिकित्सक, सादगी का पैकर नेक इंसान, गंगा.जमुनी साहित्यकार बताया। कय्यूम सिद्दीकी, ज़हीर वारसी, हाफिज़ हिसामुद्दीन, साबिर सभासद, इरफान सभासद, अबरार एडवोकेट, अकील कुरैशी, आफताब अहमद, इफ्तिखार अंसारी,सलीम बेदिल सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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