मुम्बई (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए अब मैच फीस बढ़ाने पर विचार कर रहा है। जिससे कि युवा खिलाड़ियों को इसकी ओर आकर्षित किया जा सके। आईपीएल के शुरु होने के बाद से ही युवा खिलाड़ियों का रुझान लीग क्रिकेट की तरफ बढ़ा है क्योंकि उसमें उन्हें अच्छी कमाई होती है। बीसीसीआई ने हाल ही मैं एक बयान जारी कर कहा था कि घरेलू क्रिकेट में अपने को साबित करने वाले खिलाड़ियों को ही राष्ट्रीय टीम में जगह मिलेगी। साथ ही कहा था कि आईपीएल अच्छा है पर घरेलू क्रिकेट की उपेक्षा नहीं की जा कसती। हाल की में जिस प्रकार से युवा खिलाड़ियों इशान किशन और श्रेयस अय्यर ने फिटनेस के नाम पर घरेलू क्रिकेट खेलने से इंकार कर दिया था। माना जा रहा है कि उसको देखते हुए ही बोर्ड ने घरेलू क्रिकेट में वेतन बढ़ाना तय किया है।
वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई अतिरिक्त बोनस निर्धारित कर सकता है ये एक खिलाड़ी को पूरे सत्र में प्रत्येक टेस्ट श्रृंखला में प्रतिस्पर्धा करने पर दिया जाएगा। इसके तहत अगर कोई खिलाड़ी एक कैलेंडर वर्ष में सभी टेस्ट सीरीज खेलता है, तो उसे वार्षिक रिटेनर अनुबंध के अलावा अतिरिक्त पुरस्कार भी मिलेगा। बोर्ड को उम्मीद है कि इससे अधिक से अधिक खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट खेल सकते हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर टेस्ट क्रिकेट में वेतन को लेकर नए मॉडल को मंजूरी मिल जाती है, तो इसे इस आईपीएल सत्र के समापन के बाद लागू किया जाएगा।