गोंडा। करीब एक वर्ष पहले नगर पंचायत का दर्जा पाने वाले धानेपुर में ईओ की कुर्सी पर छः महीने भी टिक पाना आखिर मुश्किल क्यों हो जाता है, नगर पंचायत का पहिया ईओ के तबादले से पंक्चर हो गया है। कुछ लोग केवल कमीषन के लिए ऐसा करवा रहे हैं।यह सबकुछ योगी सरकार में हो रहा है।
वर्ष 2023 के आखिरी में धानेपुर नगर पंचायत की सरकार बनने के बाद इसे आदर्श और आकांक्षी नगर पंचायत बनाया गयाए शहरी तौर पर विकसित करने के लिए नवगठित नगर पंचायत को कई बड़ी सौगातें सरकार ने दींए सीवर लाइन और वाटर रिफाइंड प्लांटए पार्कए सहित सारी सुविधाएं मुहैया कराने की योजनाओं को स्वीकृति मिली। ग्राम पंचायत से नगर पंचायत तक के सफर में सरकारी कामकाज काफी प्रबगावित हुआए जन्म मृत्यु प्रमाणपत्रए वृद्धा पेंशनए विधवा पेंशन से लेकर हर वो ब्यवस्था जो सीधे आमजन से जुड़ी हैं उन ब्यवस्थाओं का सुचारू संचालन स्वाभाविक रूप से बाधित रहा। कारण यहां पर बजट को लुटने से बचाने वाले ईओ को खिसका दिया जाता है। यहां का टेंडर कहां प्रकाषित कराया जाता है , यहां के लोग नहीं जानते। रनिंग भुगतान के लिए ईओ पर बेजा दबाव डाला जाता है , ऐसा न करने पर तबादला करवा दिया जाता है।
नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि भारत भूषण वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है की अभी संसाधनों का आभाव है जिन्हें जुटाया जा रहा है।