बरेली,(ईएमएस)। बरेली दंगा मामले में गिरफ्तारी से बचते फिर रहे मौलाना तौकीर पुलिस की जद से दूर ही है। पुलिस का कहना है कि मौलाना का मोबाइल फोन कभी ओपन होता है तो कभी क्लोज बता देता है। उनके मोबाइल की लोकेशन भी लगातार बदलती दिखी है। एक समय मौलाना की लोकेशन हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह रही तो कभी ओखला और कभी जामा मस्जिद मिली थी।
पुलिस इन जगहों पर जब तक पहुंचती थी तब तक या तो मोबाइल फोन बंद हो जाता या फिर लोकेशन ही बदल जाती थी। गौरतलब है कि पुलिस टीम दिल्ली में बरेली दंगा मामले में मौलाना तौकीर रजा की तलाश में जुटी हुई है। सीओ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मोबाईल लोकेशन पर अनेक क्षेत्रों में दबिश भी दी, लेकिन मौलाना हाथ नहीं लगा और रात के समय मौलाना का मोबाइल फोन भी बंद दिखाने लगा। पुलिस पर पहले ही मौलाना को गिरफ्तार नहीं करने के आरोप लगे हैं और इसके चलते प्रेमनगर इंस्पेक्टर पर एसएसपी जांच शुरू कराई जा चुकी है। इसके चलते ही कोर्ट ने सीओ प्रथम को मौलाना तौकीर को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी दी है। इसके बाद ही मंगलवार को पुलिस ने दिल्ली में मौलाना की तलाश शुरू की थी।
मौलाना तौकीर के पुलिस से दूर होने और बचने की वजह उनके मोबाइल फोन की लगातार लोकेशन बदलने से लेकर बार-बार मोबाईल बंद होना बताया जा रहा है। पुलिस को शुरु में मौलाना की लोकेशन हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर मिली, लेकिन उसके बाद कभी ओखला तो कभी जामा मस्जिद की लोकेशन मिलने लगी। जब तक पुलिस लोकेशन वाली जगह पहुंचती तब तक मौलाना तौकीर का मोबाईल ही बंद हो जाता और कुछ देर बाद ही नई लोकेशन के साथ मोबाईल ऑन शो करने लगता। अब चूंकि अदालत के समक्ष पेश होकर टीम को जवाब भी देना था, सो देर पुलिस की टीम खाली हाथ वापस लौट आई।