स्कूल और कॉलेज में शैक्षणिक रूप से अव्वल रहना लगभग हर छात्र का सपना होता है। कई छात्र इस सपने को साकार करने के लिए लगातार मेहनत करते हैं।हालांकि, स्कूल और कॉलेज के दौरान कुछ लापरवाहियों के चलते छात्रों का शैक्षणिक प्रदर्शन खराब हो जाता है, इस कारण नौकरी के अवसर भी कम होते हैं।आइए जानते हैं कि सफल छात्र बनने के लिए उम्मीदवारों को किन गलतियों को नहीं दोहराना चाहिए।अंतिम समय में किसी कार्य को जल्दबाजी में करने से गड़बड़ी होने की आशंका ज्यादा रहती है।कई छात्र पढ़ाई को अंतिम समय के लिए टालते रहते हैं और केवल परीक्षाएं नजदीक आने पर ही पढ़ाई करते हैं।
इससे समय पर पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो पाता और उनका शैक्षणिक प्रदर्शन प्रभावित होता है। ऐसे में हर काम को समय पर करें। परीक्षाएं शुरू होने से कुछ महीने पहले ही अच्छी तरह तैयारी शुरू कर दें। पढ़ाई के दौरान अन्य गतिविधियां जैसे टीवी देखना, सोशल मीडिया का उपयोग करना सही नहीं है। कई उम्मीदवार पढ़ाई करते समय मल्टीटास्किंग करते हैं और उनका शैक्षणिक प्रदर्शन खराब हो जाता है।मल्टीटास्किंग से सीखने की क्षमता प्रभावित होती है, एकाग्रता और संज्ञानात्मक संसाधनों में कमी आती है। सफल छात्र बनने के लिए पढ़ाई करते समय पूरी तरह केंद्रित होना जरूरी है। शांतिपूर्ण वातावरण बनाएं और एक समय पर केवल एक ही विषय पढ़ें। कम समय में ज्यादा जानकारियों को याद करने के लिए कुछ छात्र रटने पर ज्यादा ध्यान देते हैं, लेकिन ये सही नहीं है जानकारी को समझे बिना रटने से लंबे समय तक ज्ञान को बनाए रखने में कठिनाई होती है। ऐसे में उम्मीदवार प्रत्येक अवधारणाओं को गहराई से समझे, इससे चीजें आसानी से याद हो सकेंगी। कठिन जानकारियों को याद करने के लिए नियमित रिवीजन और अभ्यास की तकनीक का इस्तेमाल करें।कई छात्र स्कूल या कॉलेज की कक्षाओं को लेकर गंभीर नहीं होते और उनमें भाग नहीं लेते।
इस वजह से वे पाठ्यक्रम कवर करने में कठिनाई महसूस करते हैं। कक्षाओं में भाग न लेने से सीखने की क्षमता प्रभावित होती है। उम्मीदवारों के लिए छुटी हुई सामग्री को पढ़ना और पाठ्यक्रम सामग्री के साथ अपडेट रहना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। इससे शैक्षणिक असफलताएं सामने आती हैं। ऐसे में उम्मीदवार नियमित रूप से कक्षाओं में भाग जरूर लें।दृढ़ संकल्प के बिना चुनौतियों का सामना करना मुश्किल है। कई उम्मीदवार आसानी से हार मान लेने के कारण असफल हो जाते हैं। सफलता के लिए उम्मीदवारों को हर चुनौती का डटकर सामना करना चाहिए और अपनी असफलताओं से सीख लेनी चाहिए।