फतेहपुर: अधिकारियों और नेताओं की उपेक्षा का दंश झेल रहे ग्रामीण

खखरेरू, फतेहपुर । विजयीपुर विकास खंड के शेखपुर गांव के चार सरकारी हैडपंप पिछले कई महीनो से खराब चल रहे हैं जिससे इस भीषण गर्मी में ग्राम वासियों के साथ-साथ मवेशी भी एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। इनकी मरम्मत की कोई भी जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। ग्रामीण पानी के लिए इधर उधर भटकते रहते हैं। पेयजल व्यवस्था खराब होने से ग्रामीणों में काफ़ी रोष व्याप्त है।

  बता दें कि नवगठित खखरेरु नगर पंचायत में हरदासपुर सराफान का विलय हो गया था परंतु शेखपुर मजरा छूट गया था। उक्त ग्राम पंचायत का यह एकलौता गांव अनेक विकास संबंधी व प्रशासनिक उपेक्षाओं का शिकार हो रहा है। ग्राम पंचायत टूट जाने के कारण ग्राम प्रधान सहित अन्य जिम्मेदारों ने लोगों की समस्याओं के निदान से मुंह फेर लिया है। कल्लू के घर के सामने का हैडपंप कई महीनों से बिगड़ा पड़ा है धीरे धीरे यह हैडपंप कूड़े के ढेर में दबता जा रहा है।

शेखपुर गांव में पिछले कई माह से विकास कार्य न होने से गांव बदहाली की कगार पर है। यहां के लोग अव्यवस्था के बीच रहने को मजबूर हैं। ब्लॉक के हरदासपुर सराफन गांव का विलय 31 मार्च 2023 को नगर पंचायत खखरेरू में हुआ था। विलय के बाद इस ग्राम सभा के मजरे शेखपुर, तेजनीपुर को मिलाकर नई ग्राम पंचायत शेखपुर का गठन 1 अप्रैल 2023 को हुआ।

लेकिन ग्राम पंचायत धरातल पर नहीं बन पाई। इससे न तो ग्राम प्रधान का चुनाव हुआ और न ही किसी समिति का गठन हुआ। ग्राम पंचायत बनने के बाद अब तक यहां एक भी रुपए विकास के नाम पर खर्च नही किए गए। इस कारण ग्राम पंचायत में नाली खड़ंजा पेयजल सहित अन्य समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। इस संबंध में बीडीओ शकील अहमद ने बताया कि ग्राम पंचायत का गठन नही हुआ है इसलिए लोगों को समस्याएं हो रही है जैसे ही ऊपर से कोई आदेश आता है समस्याएं दूर की जायेगी।

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