हर्रैया, बस्ती।उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश मंत्री संजय द्विवेदी ने कहा है कि पूरा उत्तर प्रदेश झुलसा देने वाली लू व तपन से त्राहि त्राहि कर रहा है। प्रदेश में सभी बोर्ड से संचालित स्कूल बंद चल रहे हैं किंतु उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड से संचालित मदरसों में इस भीषण गर्मी में प्रातः 7 से दोपहर 12 बजे तक पढ़ाई हो रही है। गर्मी से मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे बेहाल है। सरकार भीषण गर्मी व चलने वाली लू को दृष्टिगत रखते हुए मदरसों में अवकाश घोषित करें
श्री द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश में चल रही प्रचण्ड ग्रीष्म लहर सभी सरकारी और निजी स्कूल खासतौर पर प्राइमरी व जूनियर कक्षाओं में पढ़ाई बंद हो चुकी है। मगर राज्य के 16 हजार 513 सरकारी मान्यता प्राप्त मदरसों के लाखों बच्चे इन तपन और झुलसा देने वाली लू के दिनों में भी पढ़ाई करने को मजबूर हैं।हैरत तो यह कि इन मदरसों के प्रबंधन ने गर्मियों को देखते हुए अपनी कक्षाओं के पठन-पाठन में समय का भी कोई बदलाव नहीं किया है, न ही यूपी मदरसा बोर्ड ने भी समय में बदलाव के बाबत कोई आदेश जारी किया है।
आमतौर पर इन मदरसों में सुबह सात बजे से बारह या साढ़े बारह बजे तक पठन-पाठन होता है। मगर कई मदरसे ऐसे भी हैं जो दोपहर एक से डेढ़ बजे तक इन गर्मियों में भी कक्षाएं संचालित कर रहे हैं। इन मदरसों में अधिकांश मदरसों में कूलर आदि की कोई व्यवस्था नहीं है, पंखे चलते हैं, मगर वह भी बिजली की आवाजाही पर निर्भर हैं।
उन्होंने बताया कि चूंकि रमजान के महीने में इन सभी सरकारी मदरसों में पूरे एक महीने का अवकाश होता है और शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश होता है। इसलिए अन्य स्कूलों की तरह मदरसों में गर्मियों की छुट्टियां करने का कोई प्रावधान नहीं है। हां, यह जरूर है कि प्राकृतिक आपदा के समय जिलाधिकारी के आदेश जो अन्य शिक्षण संस्थानों पर लागू होते हैं वह मदरसों पर भी लागू किए जाते हैं। इस लिहाज से जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार मदरसों में पठन-पाठन का समय बदला जा सकता है। यूपी मदरसा बोर्ड भी इस विषय पर गम्भीरता से विचार करे।