पीलीभीत। महर्षि दयानंद सरस्वती का जन्मोत्सव कार्यक्रम आर्यसमाज बढ़ैरा द्वारा शुरू किया गया है। प्रातः कालीन यज्ञ के साथ शुरू किया गया।
कार्यक्रम में यज्ञाचार्य राम बहादुर शास्त्री ने यज्ञ के बारे में कहा कि यदि मानव अपनी उन्नति चाहता है तो उसे वेदों की ओर वापस लौटना होगा। मुख्य यजमान भोजेंन्द्रपाल आर्य सपत्नीक मौजूद रहे एवं सहायक यजमान मुख्य यजमान उमाशंकर आर्य जी मौजूद रहे। ।
दोपहर दो बजे से पांच बजे तक भजनोपदेशक नेत्रपाल आर्य एवं गुरुकुल महाविद्यालय रुद्रपुर तिलहर के आचार्य अवधेश शास्त्री एवं शाहजहांपुर से स्वामी विजय देव नैष्ठिक ने भजन एवं प्रवचन दिए। कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आचार्य नरेश शास्त्री उपस्थित रहे।
यज्ञ में गांव के वरिष्ठ आर्यजन रामप्रताप आर्य, रामचंद्र आर्य, रामकृष्ण आर्य, उमाचरन आर्य, मुरारी लाल, शिशुपाल शास्त्री, सुरेश आर्य ने भाग लिया। कार्यक्रम की व्यवस्था को संचालित करने वाले युवा कृष्ण पाल आर्य,धीरज आर्य, भूपेंद्र आर्य,ऋषभ आर्य, प्रांजल आर्य आदि आर्य बंधु मौजूद रहे।