चीनी मिल मजदूर संघ पलिया द्वारा कर्मचारियों की तमाम समस्याओं को लेकर एक मांग पत्र को मिल प्रबंधन को दिया गया था। प्रबंधन द्वारा समय मांगने पर व तक का समय दिया गया था। जोनल हेड के समक्ष एक समझौता हुआ था
जिसका निस्तारण भी अभी तक नही किया गया पुनः संघ द्वारा को एक रिमाइंडर दिया गया लेकिन उस पर भी अभी तक कोई विचार प्रबंधन द्वारा नहीं किया गया जिसके चलते पुनः संघ द्वारा को एक मांग पत्र दिया गया जिसमें 15 दिन का समय दोबारा दिया गया इसमे भी प्रबंधन द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया जिसके चलते मजदूर संघ के कर्मचारियों में आक्रोश पनप उठा और विवश होकर संघ ने को पलिया मिल गेट पर धरना शुरू कर दिया। धरना की अगुवाई नंद किशोर तिवारी के नेतृत्व में की गई।