पीएम मोदी ने आज राज्यसभा को सम्बोधित करने के दौरान कई बड़े मुद्दों पर बात की। इन मुद्दों में से एक मणिपुर के ज्वलंत मुद्दे पर प्रधान मंत्री ने कहा- “मणिपुर के लिए सरकार प्रयासरत है। लगातार हिंसा की घटनाएं कम हो रही हैं। केंद्र राज्य के साथ मिलकर काम कर रही है। प्राकृतिक समस्याओं से निपटने के लिए हम काम कर रहे हैं। लोगों को राजनीति से उठकर वहां के लिए मिलकर काम करना चाहिए। राजनीति करने वालों से आग्रह कि ऐसा करना बंद कर दें, नहीं तो मणिपुर के लोग ही आपको रिजेक्ट कर देंगे।”
वहीँ, पी एम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के शब्द बाणों का जवाब देते हुए NEET EXAM 2024 पर भी प्रतिक्रिया दी और छात्रों को आश्वासन दिलाते हुए कहा – ” मैं बिना लाग-लपेट के कह रहा हूं, हमने एजेंसियों को भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दे रखी है। हां, वो ईमानदारी से ईमानदारी के लिए काम करे। कोई भी भ्रष्टाचारी बच नहीं पाएगा, ये मोदी की गारंटी है।’ उन्होंने कहा, ‘पेपर लीक को राष्ट्रपति ने एक बड़ी समस्या बताया है।
मैं चाहता था कि सब दल इस पर अपनी बात रखें, लेकिन इन लोगों ने इस मुद्दे को भी राजनीति की भेंट चढ़ा दिया। देशवासियों से कहना चाहता हूं कि आपके साथ खिलवाड़ करने वालों को सख्त से सख्त सजा मिले इसके लिए कार्रवाई की जा रही है।”
विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा – “कई आरोप लगाए गए, कुछ आरोप ऐसे हैं, जिनका जवाब घटनाएं खुद दे देती हैं। जम्मू-कश्मीर में हाल में हुए लोकसभा चुनाव में मतदान के जो आंकड़े हैं, वो पिछले 4 दशक के रिकॉर्ड को तोड़ने वाले हैं। ये भारत के संविधान को, भारत के लोकतंत्र को, भारत के चुनाव आयोग को स्वीकृति देते हैं। ये बहुत बड़ी सफलता है।”
कोंग्रेस पर निशाना साधते हुए पी एम मोदी ने कहा – “आज यह संविधान की बात करते हैं। जबकि ये लोग कभी संविधान की रक्षा नहीं कर पाए। कांग्रेस सबसे बड़ी संविधान की विरोधी है। उन्हें 500 साल की बात करने का हक है, लेकिन आपातकाल पर नहीं बोलते हैं। ये कहते हैं कि ये बहुत पुराना मामला है। यहां बैठे कई लोग हैं, जिनकी शायद मजबूरी होगी जो उनके साथ बैठे हैं।
आपातकाल एक मानवीय संकट भी था। उस समय कई लोगों की मौत हुई थी। आम आदमी को भी नहीं छोड़ा गया था। खुद के लोगों के साथ भी जुल्म हुआ था। शायद यह लोग भूल गए हैं। यहां तक कि कई लोगों का तो आजतक पता भी नहीं लगा।”