काबुल अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के खिलाफ लगातार हमले कर रहे इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत आतंकी संगठन के आतंकी क्रिकेट की जीत पर देश में जश्न मनाने पर बौखला गए हैं। आईएसकेपी से जुड़े अल अजीम मीडिया ने एक 19 मिनट का प्रोपेगैंडा वीडियो जारी किया है। अल अजीम ने दावा किया कि क्रिकेट मुस्लिमों के खिलाफ पश्चिमी देशों का एक बौद्धिक युद्ध है जिसे पश्चिमी देशों ने शुरू किया है। आईएसकेपी से जुड़े संगठन ने दलील दी कि क्रिकेट देश के मुस्लिमों में राष्ट्रवाद और देशभक्ति की भावना को मजबूत करता है जो इस्लाम के जिहाद के एजेंडे के खिलाफ है। अज अजीम ने तालिबान की भी जमकर आलोचना की।
अल अजीम ने कहा कि तालिबान सरकार अफगान क्रिकेट टीम को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने खासतौर तालिबानी विदेश मंत्री मुत्ताकी के क्रिकेटर राशिद खान को फोन करने की आलोचना की। आईएसकेपी के आतंकियों ने पाकिस्तान के क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान का हवाला दिया। उसने दलील दी कि पश्चिमी देश कुछ चेहरों को बढ़ावा देते हैं, फिर उन्हें राजनीति में ला देते हैं। इस वीडियो में निष्कर्ष के तौर पर मुस्लिम युवकों से अपील की गई है कि वे क्रिकेट या मनोरंजन के किसी रूप में शामिल होने की बजाय आईएस में शामिल हों।