पीलीभीत: नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में बाल तस्करी रोकने को जागरूकता अभियान  

पीलीभीत। महिला कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश के निर्देश पर पीलीभीत नेपाल सीमावर्ती गांव में बाल तस्करी को रोकने के लिए जागरूक अभियान चलाया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों को जागरूक किया गया है। 

जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता व चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने जनपद की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम के साथ थाना माधोटांडा क्षेत्र के बूंदीभूड़ गांव में ग्रामीणों को जागरूक किया। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाल तस्करी विरोध दिवस पर सीमावर्ती क्षेत्र में ग्रामीणों को जागरूक किया गया है।

अभियान के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता ग्रामीणों को जानकारी देकर कहा कि अगर गांव में कोई भी संदिग्ध/ अपरिचित व्यक्ति लालच देकर बच्चों को कहीं ले जाकर नौकरी लगवाने की बात करता है तो उससे सावधान रहे। बच्चे के साथ खतरा हो सकता है, वह बधुआ मजदूरी, यौन शोषण, बाल विवाह, शारीरिक शोषण का शिकार हो सकता है। संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तत्काल टोल फ्री नंबर 1098 अथवा 112 पर देकर कानून की मदद कर सकते हैं।

उन्होंने इसके साथ ही मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के लिए बच्चों को चिन्हित किया, जिला प्रोबेशन अधिकारी ने ग्राम प्रधान को गांव की निराश्रित महिलाओं के लिए पेंशन का आवेदन कराने के निर्देश दिए हैं। थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस सदैव आपके साथ खड़ी है, किसी भी व्यक्ति के बहकावे में न आए और अपने बच्चों को 18 साल से कम उम्र में कहीं पर काम करने के लिए न भेजें। इसके अलावा बताया कि बाल विवाह, बाल श्रम कानूनी अपराध है।

निर्वान सिंह जिला समन्वयक चाइल्ड हेल्पलाइन ने महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित कन्या सुमंगला योजना मुख्यमंत्री बाल योजना सेवा एवं निराश्रित महिला पेंशन के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया। एसएसबी निरीक्षक हरविंदर सिंह ने कहा कि किसी भी तस्करी से पर जानकारी साझा की। जागरूकता टीम में थाना माधोटांडा की पुलिस चौकी रमनगरा के प्रभारी हरवंश वर्मा एवं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के कांस्टेबल भानु प्रताप, अमित कुमार, सुनीता आदि मौजूद रहे।

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