बस्ती: अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की जंग लड़ने वालों को काकोरी कांड की शताब्दी के अवसर पर याद करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन दुबौलिया ब्लाक क्षेत्र के मझियार एवं रानीपुर दुर्वासा गांव में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय राममूर्ति त्रिपाठी एवं हरिनारायण पांडेय के घर आयोजित किया गया जिसमें उन्हें श्रद्धांजलि दी गई ।
काकोरी कांड 9 अगस्त 1925 को हरदोई जिले के काकोरी रेलवे स्टेशन पर हुआ था ।इस कांड में शामिल सभी चार रणबांकुरों को फांसी पर लटका दिया गया था । स्वतंत्रता आंदोलन में बस्ती जिले के मझियार गांव निवासी राममूर्ति त्रिपाठी भी शामिल रहे जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया जो चार साल तक बस्ती जेल में रहे जहां उनको काफी यातनाएं दी गयी । पं हरिनारायण पांडेय आजाद हिन्द फौज में शामिल होकर आजादी के आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया
सरकार की पहल पर 9 अगस्त को काकोरी कांड की शताब्दी मनायी जा रही है ।इसी परिप्रेक्ष्य में स्वर्गीय राममूर्ति त्रिपाठी के घर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में स्वर्गीय त्रिपाठी के पुत्र ओमप्रकाश त्रिपाठी पौत्र सत्यदेव, ध्रुव नारायण ग्राम प्रधान गामा यादव रोजगार सेवक सतीश चन्द्र रिटायर्ड शिक्षक सभाजीत चौधरी अमित कुमार उपाध्याय जामवंत यादव , एस एन द्विवेदी करुणाकर मिश्र सहित दर्जनों ग्रामवासी एवं गणमान्य उपस्थित रहे ।
वहीं वन विभाग के सौजन्य से रानीपुर दुर्वासा गांव में स्वर्गीय हरिनारायण पांडेय को श्रद्धांजलि देते हुए क्षेत्रीय विधायक अजय सिंह ने कहा कि देश को आज़ादी इन्हीं रणबांकुरों के कारण मिली इसीलिए प्रदेश सरकार आजादी के दीवानों की याद में पूरे प्रदेश में शताब्दी कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया ।इस अवसर पर डी एफ ओ जे पी सिंह ने क्रांतिकारियों के प्रति भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में हजारों लोगों ने अपने प्राण न्यौछावर कर देश को अंग्रेजी दासता से मुक्त कराया। इस अवसर पर जगदम्बा पांडेय गया प्रसाद पाण्डेय दिनेश पांडेय विनोद पाठक सत्यदेव सिंह विजय शंकर सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।