शाहजहांपुर: जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नगर पंचायत अल्हागंज की मैंने मार्केट में आए दिन जिस तरह से जाम लगता है वह किसी बड़े शहरों में भी नहीं लगती होगी। यहां कभी कोई जिला स्तरीय अधिकारी निरीक्षण करने भी नहीं आता। क्षेत्र में कहां कैसी व्यवस्थाएं हैं किसी अधिकारी या नेता को कोई मतलब नहीं है।
इसी वजह से यहां पर लोगों द्वारा मैंन रोड़ को भी कब्जे में लेकर किराए पर उठा दिया जाता है। जाम लगने का प्रमुख कारण रोड़ और फुटपाथ पर लगी दुकानों के साथ अवैध रूप खड़े किए जा रहे वाहनों को बताया जा रहा है। नगर निवासी लोगों के मुताबिक फुटपाथ से लेकर रोड़ तक दुकानदारों ने अवैध रूप से कब्जा करके अपने अपने सामने ठेली वाले और जमीन पर अवैध रूप से सब्जी की दुकानों को लगवा रहे है। जिसने प्रति माह
दो हजार से चार हजार रुपए तक वसूले जा रहे हैं। जिसके कारण आधे से ज्यादा रोड़ ठेली वालों और सब्जी बालों के अतिक्रमण का शिकार है साथ ही मौके पर मार्केट करने आए लोगों के वाहनों के खड़े होने से रोड पूरी तरह से बंद हो जाता है । जिसके कारण नगर में संचालित एक दर्जन स्कूलों के निकलने वाले छात्र छात्राओं का निकलना दुश्वार हो जाता है।
नगर पंचायत द्वारा प्रति वर्ष एक बार अवैध अतिक्रमण को लेकर अभियान तो चलाया जाता है लेकिन वह कुछ जगहों तक ही सीमित रह पाने के कारण अवैध अतिक्रण करने वालों पर कोई प्रभाव नहीं डाल पाता है। उनके मंसूबों को बरकार संरक्षण मिलने के कारण नगर में लग रही जाम से आमजन को घंटो फंसे रहना होता है। जिसके कारण क्षेत्रीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ नाराजगी देखी जा रही है।
वहीं इस संबंध में अधिशाषी अधिकारी शैलेश पांडेय ने बताया कि अवैध अतिक्रमण को लेकर पुनः बैठक की जाएगी इसके अलावा सब्जी मंडी को किसी अन्य स्थान पर पहुंचाया जाएगा जिससे आमजन को जाम से निजात मिल सके।