सीतापुर। बिसवां के बिसवां तहसील क्षेत्र के रूसहन गांव के पास फटी शारदा नहरं के पीछे का कारण बिज्जू, नेवला तथा चूहों के बिलों की अधिकता बताई जा रही है। मंत्री से लेकर मंडलायुक्त तक सभी अधिकारी मौके पर पहुंच रहे है। कटान बंद होने के कगार पर है।
तहसील बिसवा क्षेत्रान्तर्गत शारदा सहायक नहर पटरी कटने से आई जल तबाही का स्थलीय निरीक्षण करने पहुँचे जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने प्रभावित गांव के लोगों का हालचाल लिया व स्थानियो से वार्ता की। उन्हें योगी सरकार से हरसंभव मदद व सहायता देने का आश्वासन दिया। बचाव व राहत कार्य में लगे संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। संबंधित अधिकारी को यह भी निर्देश दिए कि भविष्य में इस तरह की घटना ना होने पाए यह सुनिश्चित किया जाय।
वहीं शारदा नहर के फटने से ब्लाक बिसवां तथा पहला के करीब दर्जन भर गांव प्रभावित हुए है। जैसे ही कल यह घटना हुई छुटटी होने के बाद भी अफसरों ने मोर्चा संभाल लिया। डीएम समेत सभी प्रषासनिक अधिकारी मोर्चा संभाले हुए है। ब्लाक पहला के बीडीओ विकास सिंह रात भर क्षेत्र में ही डटे रहे। डीडीओ हरिश्चंद्र प्रजापति ने ब्लाक पहला व बिसवां के बीडीओ समेत आसपास के बीडीओ तथा ग्राम विकास अधिकारियों को मौके पर बने रहने के निर्देश दिए।
वहीं डीपीआरओ नीरीश चंद्र साहू ने सभी ग्राम पंचायत अधिकारियों तथा ग्राम प्रधानों को फरमान जारी किया कि ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी ना हो। डीपीओ मनोज कुमार राव ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा परियोजना अधिकारी को हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए।
वहीं पीडी आवास राम आसारे ने पत्र जारी कर विभागीय मातहतों को गांव में जाकर आवासों के नुकसान होने के सर्वे करने के आदेश दिए हैं। वहीं उप कृषि निदेशक एसके सिंह तथा जिला कृषि अधिकारी मंजीत सिंह ने विभाग के जिम्मेदारांें को फसलों की क्षति का सर्वे का आदेश दिया है। पशु पालन विभाग ने प्रभावित गोशालाओं के गोवंशों को ऊंचे स्थान पर पहुंचाने के आदेश दिए है। शारदा नहर विभाग के अधिशाषी अधिकारी विषाल पोरवाल तो डेरा डाले ही है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस भी निगाह बनाए हुए है।