आज लखनऊ के ईको गार्डन में भारी बारिश के बीच पूरे उत्तर प्रदेश के सीएचओ ने एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी हेल्थ मुख्यालय का घेराव किया। इसके पहले कर्मचारी 21 अगस्त से 27 अगस्त तक ऑनलाइन कार्य बहिष्कार कर अपना विरोध दर्ज कर रहे थे। वहीं आज बड़ी संख्या में कर्मचारी प्रदेश कार्यालय पहुंचे। जहाँ पर उन्होंने प्रदर्शन किया, इस दैरान कर्मचारी भड़क गए और बैरिकेडिंग को हटाने लगे। इसी बीच पुलिसकर्मी और कर्मचारी आमने-सामने आ गए। दोनों तरफ से धक्का-मुक्की होने लगी। साथ ही प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई। पुलिसकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह से स्थिति पर काबू पाया। दरअसल उनकी मांगें पूरी न होने के चलते उनके अंदर भारी आक्रोश दिखाई दिया।
कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है, तब तक यह प्रदर्शन ऐसे ही चलता रहेगा। हम लोग 2018 से लगातार काम कर रहे हैं। कभी भी किसी भी हालात में जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटते हैं। कोविड के समय में भी अपनी जान जोखिम में डालकर काम किया, लेकिन आज सरकार हमारी बातों को सुन ही नहीं रही है।इस धरना प्रदर्शन में उन्होंने सरकार के सामने अपनी प्रमुख मांगें रखीं।
जिसमें
- कैडर निर्माण किया जाये।
- 6 साल पूर्ण कर चुके सीएचओ को नियमितीकरण किया जाए।
- PBI को सैलरी में मर्ज कर दिया जाए।
- स्थानांतरण पालिसी लागू की जाए।
- वहीँ कुछ महिलओं की सुरक्षा को लेकर भी मांगें उठती हुयी नजर आयी हैं।