लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ में एक दो नही कई दर्जनों की संख्या में मानक विहीन तरीके से अवैध अस्पतालों का संचालन हो रहा है। इन फर्जी अस्पतालों में डिग्री होल्डर डॉक्टर तो ना के बराबर मिलते हैं लेकिन ऐसे अस्पतालों के बोर्ड पर कई बड़े-बड़े एमबीबीएस डॉक्टर के नाम लिखे होते हैं। यहां तक कि कुछ गिने-चुने एमबीबीएस डॉक्टर के नाम एक नहीं कई अस्पतालों के बोर्ड पर देखने को मिल जाएंगे।
चिकित्सा विभाग की लचर कार्यशैली के साथ साथ फर्जी अस्पताल प्रबंधन और आशा बहू की मजबूत साथ गांठ के चलते इस प्रकार के दर्जनों अस्पताल प्रबंधन फल फूल रहे हैं। आशा बहुओं के साथ सेटिंग कर ऐसे फर्जी अस्पतालों के मालिक अकूत संपत्ति बनाने में पूरी तरह माहिर हो चुके हैं।
सीज होकर भी फिर से नई बिल्डिंग में संचालित हो जाता अस्पताल
गोला नगर में आए दिन फर्जी अस्पतालों का संचालन होता रहता है हालांकि चिकित्सा अधिकारियों के द्वारा ऐसे अस्पतालों पर कार्यवाही भी की जाती है लेकिन कुछ लोग चिकित्सा अधिकारियों की आंखों में भी धूल झोंक कर अस्पताल के सीज होने के बाद दूसरी बिल्डिंग में नाम बदलकर पुनः अस्पताल का संचालन करना शुरू कर देते हैं। बता दे लखीमपुर रोड पर मधु हॉस्पिटल नाम से संचालित अस्पताल इससे पूर्व 2 बार सीज किया जा चुका है फिर भी जगह बदलकर तीसरी बार पुनः संचालित हो रहा है।
कमीशन का चढ़ा खुमार ड्राइवर बना फर्जी अस्पताल का मालिक
नगर के कुछ अन्य अस्पताल प्रबंधन के लोगों द्वारा नाम न छापने की शर्त पर बताया गया कि इस अस्पताल का मालिक कभी ड्राइवर हुआ करता था एक दिन ऐसे ही किसी पेशेंट को अपनी चार पहिया गाड़ी से किसी अस्पताल को छोड़ने चला गया इसके एवज में इसको ₹2000 का कमीशन मिल गया उसी दिन से ड्राइवर को पता चल गया कि इस धंधे में काफी लाभ है जिसके चलते ड्राइवरी करते करते धीरे-धीरे सवारियों को लाना ले जाना कम कर दिया और प्रसव के लिए ले जाने वाली प्रसूताओं को अस्पतालों तक ले जाने का काम शुरू कर दिया।
ड्राइवर को मिला कई अस्पतालों में काम करने का मौका
ड्राइवर द्वारा महीने में कई प्रसूताओ को अस्पताल तक पहुंचाने का जब काम शुरू कर दिया गया, काम को देखते हुए कई अस्पताल के मालिकों ने उक्त ड्राइवर को अपने अस्पताल में नौकरी भी दी लेकिन ड्राइवर धीरे-धीरे अस्पताल को चलाने का तरीका जान गया देखते ही देखते बन गया फर्जी अस्पताल का मालिक।
वर्जन —
इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक गोला डॉक्टर गणेश ने बताया कि ऐसे अस्पताल की जानकारी हुई है। जल्द ही आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।