ठाणे : मुम्बई से सटे ठाणे शहर की स्थानीय पुलिस ने सोमवार को महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी संजय पांडे समेत 7 लोगों के ख़िलाफ़ कथित रूप से अनियमितता बरतने और जबरन उगाही करने के मामले में प्रथम दृष्टया रिपोर्ट (एफ़आईआर) दर्ज की है. आरोपियों के ख़िलाफ़ यह एफ़आईआर मुम्बई के कारोबारी संजय पुनमनिया की ओर से दर्ज़ कराई गई है. अपनी शिकायत में संजय पुनमनिया ने कहा है कि आरोपियों की ओर से उन्हें मई 2021 से 30 जून, 2024 के बीच काफ़ी परेशान किया गया है.
उल्लेखनीय है कि संजय पांडे के अलावा जिन लोगों के ख़िलाफ़ ठाणे नगर पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज़ की है, उनमें सेवानिवृत्त एसीपी सरदार पाटिल, पुलिस इंस्पेक्टर मनोहर पाटिल, एडवोकेट शेखर जगताप, श्याम सुंदर अग्रवाल, शुभम अग्रवाल और शरद अग्रवाल शामिल हैं.
संजय पुनमिया ने अपनी शिकायत में दावा किया है उनके ख़िलाफ़ ठाणे नगर पुलिस में जो मामला दर्ज था, उसे साल 2016 में ग़ैर-क़ानूनी तरीके से फिर से खोल दिया गया था. पुलिस में दर्ज़ की गई शिकायत के मुताबिक, आरोपियों ने उन्हें और अन्य कारोबारियों को ग़लत मामलों में फ़ंसाने की धमकी दी थी, उनसे जबरन उगाही की और कोर्ट को गुमराह करने के लिए विशेष लोक अभियोजक बनकर दस्तावजों के साथ छेड़छाड़ भी की गई.
एफ़आईआर के मुताबिक, आरोपियों के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 166 (A) के तहत सरकारी कर्मचारी द्वारा कदाचार, धारा (170) के तहत भेष बदलकर धोखाधड़ी करने, धारा 120B के तहत आपराधिक षडयंत्र रचने के अलावा जालसाज़ी, उगाही और आपराधिक रूप से डराने-धमकाने की कोशिशों से जुड़े मामले दर्ज़ किये गये हैं.
ग़ौरतलब है कि सभी आरोपियों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज़ करने के बाद ठाणे नगर पुलिस ने मामले की तफ़्तीश शुरू कर दी है मगर इस पूरे प्रकरण में अब तक किसी भी शख़्स की गिरफ़्तारी नहीं हुई है.