बलहा/बहराइच l कैंसर एवं मधुमेह जैसी घातक बीमारियों का कारण बनने वाली थाई मंगुर मछली की बिक्री व रख रखाव व पालन पर प्रतिबंध होने के बाद जनपद के राजा बाजार चौकी अंतर्गत ईदगाह के पास व रुपईडीहा रोड नहर के पास सहित कई स्थानों पर खुलेआम बेची जा रही है। वही जिम्मेदार अंजान बने हुए हैं। बतातें चलें की वर्ष 2000 में एनजीटी(राष्ट्रीय हरित क्रांति न्यायाधिकरण)ने पूरे भारत देश में थाई मंगुर मछली की बिक्री रख रखाव, पालन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा रखा है। जिसका कस्बे में खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है l
बिक्री पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ बेचने व कारोबार करने वालों के खिलाफ जुर्माने के साथ-साथ सजा का भी प्रावधान किया गया है। लेकिन इनके ऊपर कार्यवाही न होने से लगातार प्रतिबंधित थाई मंगुर मछली की बिक्री जोरों पर है, थाई मंगुर मछली में 80 प्रतिशत लेड व आयरन, आर्सेनिक, कैडमियम, क्रोमियम मरकारी अधिक मात्रा में पाया जाता है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है l इस मामले में न्यायालय ने पुलिस को भी सीधे-सीधे कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र कर रखा है जिसके बाद भी पुलिस व मत्स्य विभाग मूल दर्शक बने हुए है।
इस संबंध सहायक निदेशक मत्स्य डॉ जितेंद्र कुमार से जब बाबत जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि इसकी सूचना है जनपद में बिक रही अवैध मछली बिक्री के खिलाफ टास्कफोर्स का गठन कर अभियान चलाकर कार्यवाही की जाएगी।
इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक नानपारा प्रदीप कुमार सिंह ने बताया की अभी अभी मुझे जानकारी मिली जल्द कार्यवाही की जाएगी।