जरवल/बहराइच। बड़ा सवाल की क्या पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को भी नगर पंचायत जरवल के जिम्मेदार अधिकारी पलीता लगा रहे है।निकाय के सूत्रों की माने तो प्रधान मंत्री मोदी के इस मिशन के ड्रीम प्रोजेक्ट की शासन मे भी भ्रामक रिपोर्ट भेजी जा रही है जबकि शासन स्तर से यहां पर हर साल लाखों करोड़ो रुपयों की खेप भी इस निकाय को आती है। आखिर शासन के उस रुपयों का होता क्या है। कहा जाता है शासन का यह पैसा ? एक यक्ष प्रश्न जरूर खड़ा कर रहा है।
इस संबंध मे स्वच्छ भारत मिशन पर”दैनिक भास्कर”ने एक आदर्श नगर पंचायत जरवल मे मुहिम छेड़ी है। लोगो की राय सुमारी के साथ देंखे नगर पंचायत जरवल के अग्रवाल वार्ड के साफ सफाई का जमीनी सच। अग्रवाल वार्ड जहां लगता है सूखे व गीले कचरे ढेर। ये तस्वीर जरवल के अग्रवाल वार्ड के आबादी के भीतर की है मे जो हमारे दैनिक भास्कर संवाददाता शासन व प्रशासन का ध्यान केंद्रित करने के लिए किया है। इसी वार्ड मे लोनियाडीह पड़ता है यहां के रहने रामचन्द्र चौहान कहते है साहब ई कूड़े का ढेर घर मे बदबू के कारण बन गया है का करी का न करी।इसी मोहल्ले की रामेश्वरी चौहान कहती है
जहां बैईठ हन शंकर जी का शिवाला है महीने बाद मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा होनी है पर कूड़े का यह जमघट न हटा तो टाउन एरिया के अधिकारी जाने या कोई अधिकारी। यही कहना छंगा लाल चौहान व दीना नाथ चौहान का है। कहते है साहब ई मोहल्ले का कचरा यही डंप होता है दिन रात घर मे इतनी बदबू रहती है पुंछव न साहिब घरमा लड़का बीमार सरकारी सफाई कार्मिन से कहौ तो मार करेंब पर ऊतारा होई जात हैं कहते हैं जहां साहब का आर्डर जहां होगा कूड़ा वहीं तो गिराएगे।
“सरकारी जमीनों पर तो अवैध कब्जा है निकाय की जमीन बची नही है पैसा भी नहीं है कूड़ा प्रबन्धन के लिए एस डी एम से बात हुई है जल्द ही समाधान होगा कूड़ा घर के बारे मे सवाल पूछने पर कहा तहसील दिवस में हूं आफिस आ जाना सारी जानकारी दूंगी”
खुशबू यादव
अधिशाषी अधिकारी
नगर पंचायत जरवल