शिमला मस्जिद विवाद: हिंदू संगठन का जोरदार प्रदर्शन, चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात

शिमला के उपनगर संजौली स्थित मस्जिद में अवैध निर्माण के विरोध में आज बुधवार को हिंदुवादी संगठनों के बड़े पैमाने पर विरोध की आशंका के मददेनजर बुधवार की सुबह से पुलिस चौकस नजर आई। हिन्दू संगठनों व स्थानीय लोगों ने सुबह 11 बजे संजौली में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का एलान किया है।

इसे देखते हुए प्रशासन द्वारा पूरे संजौली क्षेत्र में सुबह से धारा 163 लागू कर दी गई है, जो मध्यरात्रि तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान किसी भी तरह के विरोध-प्रदर्शन व जुलूस निकालने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। ताकि कानून-व्यवस्था खराब न हो। संजौली इलाका पुलिस छावनी में तबदील हो गया है। मस्जिद स्थल को पूरी तरह सील कर दिया गया है। शिमला शहर में भी पुलिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। शिमला में जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात किया गया है। हालात काबू में रखने के लिए जिला पुलिस ने प्रदेश की सभी छह बटानियल तैनात कर दी हैं। शहर के अलग-अलग इलाकों में चेकिंग शुरू करा कर संजौली की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।

प्रदर्शनकारियों को शहर में दाखिल होने से रोकने के लिए सभी प्रवेश द्वारों पर बीती रात से पुलिस के जवान पहरा दे रहे हैं। गाड़ियों में आने-जाने वालों की चैकिंग की जा रही है।

शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि संजौली क्षेत्र में धारा 163 लागू है और बगैर अनुमति धरना-प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

संजौली क्षेत्र में कानून व्यवस्था कायम रखने व शांति बनाए रखने की दृष्टि से 5 या इससे अधिक व्यक्तियों के एक स्थान पर एकत्रित होने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। हालांकि इस दौरान क्षेत्र में सामान्य जनजीवन पूरी तरह से रहेगा और स्कूलों सहित सरकारी व निजी कार्यालय और बाजार पूरी तरह से खुले रहेंगे।

हिंदू संगठनों की प्रशासन के साथ वार्ता विफल, प्रदर्शन पर अड़े

मस्जिद विवाद के मुददे पर हिदुवादी संगठनों की जिला प्रशासन के साथ मंगलवार देर रात हई वार्ता विफल रही। संजौली में संघर्ष के लिए बनाई गई हिंदु संघर्ष समित, हिमाचल देवभूमि संघर्ष समिति और सिविल सोसोयटी के पदाधिकरी मौजूद थे।

हिंदू संगठनों ने बुधवार सुबह 11ः00 बजे संजौली बाजार में प्रदर्शन की बात कही है। हिमाचल देवभूमि संघर्ष समिति के संयोजग सुनील चौहान ने कहा है कि हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने जा रहे है। हमारा मकसद समाज को जगाना है। प्रशासन हमें बेवजह रोकता है या लाठीचार्च करता है तो गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

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