शाहजहांपुर: लेखपाल संघ ने सोमवार को जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह को ज्ञापन सौंपा जिसमें बताया गया है कि मूल रूप से विरासत पोर्टल पर कार्य करने में असुविधा हो रही है। इस दौरान डीएम को पोर्टल की समस्याओं के बारे में अवगत कराया। लेखपालों द्वारा बताया गया कि लेखपाल विरासत पोर्टल पर कार्य करते हैं तो वेबसाइट ठीक से कार्य नहीं करती है।
जिसके कारण ऑनलाइन विरासत फॉरवर्ड नहीं हो पाती है। जिस वजह से आमजन को समस्या का सामना करना पड़ता है और लेखपाल संवर्ग की छवि खराब होती है। लेखपाल संघ के जिला मंत्री द्वारा बताया गया कि लेखपाल सामान्य एवं उप निर्वाचन में लगातार अपने पैसे खर्च करके चुनाव कार्य करते हैं। जिसमें सभी प्रकार के कार्य चुनाव शुरू होने से दो महीने पहले से लेकर चुनाव के समाप्ति तक करता है।
उसके बावजूद भी शासन एवं निर्वाचन आयोग द्वारा लेखपाल को किसी भी प्रकार का मानदेय/प्रोत्साहन राशि नहीं दी जाती है। जबकि अभी हाल ही में निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदेश में चतुर्थ श्रेणी कर्मी को भी एक माह के बराबर देने की घोषणा की गई है। इस आदेश के कारण लेखपाल संवर्ग उपेक्षा का शिकार हो रहा है।इन्ही परिस्थितियों के कारण लेखपाल संघ द्वारा 1 अक्टूबर 2024 से विरासत पोर्टल की वेबसाइट ठीक से ना कार्य किए जाने तक विरासत का कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है।
साथ ही लेखपाल को चुनाव कर्मी मानते हुए अगर एक माह के बराबर वेतन नहीं दिया जाता है तो भविष्य में होने वाले समस्त प्रकार के चुनावो में लेखपाल बीएलओ/पर्यवेक्षक के कार्य के अतिरिक्त अन्य समस्त प्रकार के कार्यों का बहिष्कार करेगा। ज्ञापन देने वालों में लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष राजेश यादव , जिला मंत्री आलोक कुमार,जिला कनिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश सागर एवं जिला कोषाध्यक्ष नरेंद्र कुमार उपस्थित रहे।