सोमनाथ में अवैध निर्माणों के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रशासनिक कार्रवाई की गई, जिसमें 36 बुलडोजरों का इस्तेमाल किया गया। यह कार्रवाई सरकारी जमीन पर किए गए अवैध निर्माणों को हटाने के लिए की गई थी। प्रशासन के अनुसार, इन निर्माणों के खिलाफ लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं, और कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू की गई।
कार्रवाई से पहले इलाके में तनाव का माहौल बना रहा। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन के इस कदम का कड़ा विरोध किया और विरोध प्रदर्शन भी किया। लोगों के भारी विरोध को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया और सैकड़ों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए इलाके की घेराबंदी की और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन्हें उचित समय और मुआवजा नहीं दिया गया, जबकि प्रशासन का दावा है कि सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की गई थीं। प्रशासन ने यह भी कहा कि अवैध निर्माणों के कारण इलाके में विकास कार्य और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार में बाधा आ रही थी।
इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल है, और पुलिस की तैनाती अभी भी जारी है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि ऐसे अवैध निर्माणों के खिलाफ भविष्य में भी कड़े कदम उठाए जाएंगे ताकि सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।