बहराइच: पिंजरे में कैद हो गया खूंखार  तेंदुआ

मिहींपुरवा/बहराइच l कतर्निया घाट वन जीव प्रभाग के क्षेत्र में लगातार तेंदुए के द्वारा वन जीव संघर्ष की घटनाएं हो रही है जिसमें लगातार लोग घायल हुए वहीं रविवार को कंधई पुत्र जगजीवन 40 वर्ष की मौत हो गई l मालूम हो कि विगत दो दिन पूर्व हरखापुर एवं सुजौली के अयोध्यापुरवा में तेंदुए के द्वारा घटना को अंजाम दिया गया जिसमें एक युवक  मधुसूदन हरखापुर निवासी व अयोध्या पुरवा निवासी साहिबा बानो को घायल कर दिया था, वहीं रविवार दिन में खेत में काम कर रहे कन्हैया पुत्र जगजीवन पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था l इन घटनाओं से ग्रामीणों में काफी आक्रोश था l कन्हैया की मृत्यु के बाद गांव के ग्रामीणों ने एकत्रित होकर वन विभाग के खिलाफ आक्रोश दर्ज किया, मांग की कि यहां पिंजरा लगाया जाए l

सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकार हीरालाल कनौजिया थाना कोतवाली प्रभारी मूर्तिहा अमितेंद्र सिंह घटनास्थल पर पहुंचे वहां लोगों ने वन विभाग के खिलाफ अक्रोश व्यक्त करते हुए लाश पोस्टमार्टम के लिए ले जाने के लिए रोक रखा कि जब तक के पिंजरा ना लगा दिया जाए या हम लोगों की सुरक्षा को वन विभाग नजर अंदाज कर रहा है पिंजरा लगाया जाए उसे पकड़ा जाए तब शव का पोस्टमार्टम होगा l

घटना की सूचना पर उप जिलाधिकारी मिहीपुरवा संजय कुमार घटना स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया तथा लोगों को जंगली जानवरों से बचाव करने के दिशा निर्देश भी दिए काफी समय से घटनास्थल पर ही मौजूद पुलिस क्षेत्र अधिकारी हीरालाल कनौजिया प्रभारी मूर्तिहा लगातार ग्रामीणों से चर्चा करते रहे उन्हें मनाते रहे की ठीक है l पोस्टमार्टम के लिए शव जाने दीजिए पिंजड़ा लग जाएगा परंतु ग्रामीण अपनी मांग पर डटे रहे। प्रधान रामचंद्र यादव,अमिरका प्रसाद  ने बताया कि इससे पहले कई बार घटनाएं हो चुकी है जिसमें जानवरों की जान जा चुकी हैं हम लोगों ने सूचना दी है

परंतु ना ही उन्हें  कोई देखने आया है l उल्टे हम लोगों पर ही वन विभाग कर्मी नाराज होते है ऐसे में बिना पिंजरा लगाए शव नहीं जाएगा l रेंज अधिकारी ककरहा लखनऊ मीटिंग में थे सूचना मिलते ही तत्काल वह मीटिंग से आए और तुरंत  रात में 9:00 बजे पिंजरा लेकर पहुंचे, पिंजड़ा लगाया और पिंजड़े के लगते ही 4 घंटे के बाद आखिर में वो खूंखार तेंदुआ उसमें कैद हो गया l

इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली परंतु कहा अगर यह पिंजड़ा न लगा होता तो कहीं ना कहीं  बड़ी घटना हो सकती थी l वास्तव में अगर ग्रामीणों की मांग में देरी होती तो बड़ी घटना घट सकती थी। फिलहाल शव  पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया l सोमवार सुबह डीएफओ बी शंकर प्रसाद ने बताया कि पकड़े गए  तेंदुवा की उम्र 7, 8 वर्ष है ये काफी बड़ा है ले करीब 50,55 किलो वजन होगा ये स्वस्थ है इसे ट्रांस गेरुवा नदी पार जंगल में छोड़ा जाएगा। तेंदुए के पकड़े जाने के 2 घंटे बाद  गांव के बगल में ही देवनपुरवा में किसी दूसरे तेंदुए के द्वारा नीलगाय को मार देने  का समाचार प्राप्त हुआ l इससे जाहिर होता है कि अन्य तेंदुवे का उस क्षेत्र में मोमेंट है ग्रामीणों की मांग है कि पिंजरा पुनः लगाया जाए।

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