सीतापुर। अभी बीते दिनों पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो कि फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर लोगों से धन उगाही का कार्य करते थे। इस भंडाफोड़ घटना को अभी एक सप्ताह ही बीते होंगे कि इस बार उससे भी ज्यादा गंभीर प्रकरण सामने उभर कर आया है।
इस बार समाज सल्याण के कर्मचारियों ने वाकायदा संगठन और उसमें शामिल लोगों के नाम को उजागर करते हुए कहा है कि एससी/एसटी के गलत प्रकरणों का भुगतान कराए जाने का दवाब बनाया जाता है। जिस पर जिला समाज कल्याण अधिकारी ने पुलिस विभाग को पत्र लिखकर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया है। जिला समाज कल्याण विभाग में कार्यरत कार्मिकों द्वारा 24 सितंबर 2024 को एक ज्ञापन दिया गया कि भारतीय मजदूर किसान, वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले जागेश्वर वर्मा, सन्तोष कुमार राव, अरूण कुमार आदि सहित लगभग 05 इनके अन्य साथी संगठित रूप से कार्यालय में आकर अपात्र एवं अपूर्ण एवं अत्यधिक पुराने प्रकरणों में भुगतान कराने हेतु अनावश्यक दबाव डालते हैं एवं ऐसा न करने पर सभी कार्मिकों को झूठे मामलों में फँसाने की धमकी देते हैं,
इनके द्वारा लगभग 02 वर्षों से कार्यालय में लगातार आकर शासकीय कार्य में व्यवधान डालते हैं। सूचना अधिकार के अन्तर्गत, कर्मचारियों की व्यक्तिगत सूचनाएँ माँगते हैं एवं विभाग द्वारा संचालित समस्त कल्याणकारी योजनाओं की स्वीकृत एवं प्रस्तावित सूचियाँ एवं अन्य सूचनाएँ उपलब्ध कराने की माँग की जाती है ताकि इन सूचियों के माध्यम से लाभार्थियों से धनउगाही की जा सके।
इनके द्वारा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार उत्पीड़न आर्थिक सहायता योजना एवं राष्ट्रीय पारिवारिक लाम योजना के अन्तर्गत कई साल पुराने हत्या एवं बालात्कार जैसे गम्भीर अपराधों एवं राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के अपात्र एवं ऑनलाइन पोर्टल पर जो उपलब्ध नहीं है और लगभग 05 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक पुराने प्रकरण हैं ऐसे प्रकरणों की धनराशि तत्काल उपलब्ध कराने एवं समस्त कर्मचारियों से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए डराते धमकाते हैं जिससे समस्त कर्मचारी इनके क्रिया-कलापों से बहुत ही डरे हुए हैं तथा मानसिक रूप से परेशान रहते हैं।
कर्मचारियों द्वारा दिए गए ज्ञापन के बाद समाज कल्यसाण अधिकारी हर्ष मवार ने बताया कि जागेश्वर वर्मा मोबाइल नम्बर-9506862751, सन्तोष कुमार राव, अरूण कुमार आदि सहित लगभग 05 इनके अन्य साथी यदि कार्यालय में किसी प्रकार की योजनाओं से सम्बन्धित जानकारी, अभद्र व्यवहार अथवा अन्य आपत्तिजनक क्रिया-कलाप इनके द्वारा किये जाते हैं तो तत्काल इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी जाए तथा उनके बिना अनुमति के किसी भी प्रकार की कोई भी जानकारी इन लोगों को उपलब्ध न करायी जाये तथा इन अराजक व्यक्तियों/तत्वों के विरूद्ध नियमानुसार निरोधात्मक कार्यवाही किये जाने हेतु पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सीतापुर को जानकारी दे दी गई है। ताकि शासकीय कार्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में किसी प्रकार का अवरोध उत्पन्न न हो।
इनसेट- गलत और फर्जी प्रकरणों से भरी पड़ी हैं फाइलें
इस बारे में समाज कल्याण अधिकारी हर्ष मवार बताते हैं कि डीएम के निर्देश पर जब प्रकरणों की छानबीन शुरू की गई तो अनेकों ऐसी फाइलें सामने आई हैं जिसमें गलत प्रपत्र लगाए गए है। मौत जहर पीने से हुई है और दर्शाया कुछ और जा रहा है। मृत्यु की फाइल किसी और नाम से आवेदित है जबकि उसमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट दूसरे नाम की लगी है। इस तरह से प्रकरणों की फाइलें है। ऐसी ही फाइलों का भुगतान कराने का दबाब बनाया जाता है।