बिजुआखीरी: भीरा थाना क्षेत्र के रडा गांव में आवारा पशुओं को भागने को लेकर करीब दो माह पहले हुए विवाद में एक ही पक्ष के दो लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई थी घटना के बाद बिगड़े माहौल के कारण स्वयं आईजी को मौके पर आकर मोर्चा संभालना पड़ा था और घटना में सत्ताईस लोगों को नामजद करते हुए कार्यवाही शुरू हुई थी लेकिन भीरा पुलिस की लचर कार्यशाली को लेकर के पीड़ित परिवार ने खीरी एसपी से सुरक्षा और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की गुहार लगाई है। मृतक रामजीत सिंह के बेटे कौशलेंद्र सिंह ने खीरी एसपी को दिए गए
शिकायत पत्र में बताया कि करीब दो माह पहले रडा गांव में मेरे पिता रामजीत सिंह की व उनके एक दोस्त गुड्डू सिंह की पीट-पीट कर निर्मम हत्या कर दी गई थी जिसमें आईजी और पुलिस अधीक्षक ने सख्त कार्यवाही का आश्वासन देकर मेरे पिता की हत्या में शामिल सभी सत्ताईस लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था और मामला शांत हुआ था
इसके बाद पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था वही पीड़ित परिवार ने घटना के बाद सही जानकारी हासिल करते हुए नामजद लोगों में से पांच लोगों की निर्दोष होने की भी पुष्टि कर पुलिस अधीक्षक के समक्ष शपथ पत्र दे दिया था उसके बाद फिर भीरा पुलिस ने खेल खेलना शुरू कर दिया।पीड़ित का आरोप है कि वर्तमान में तैनात भीरा एसओ का रवैया पीड़ित परिवार के प्रति शुरुआत से ही सही नहीं था और करीब दो महीने तक एक भी गिरफ्तारी थानाध्यक्ष ने नहीं की।
वहीं पीड़ित परिवार ने शिकायत पत्र में यह भी बताया की थानाध्यक्ष भीरा इस मामले के विवेचक है और कूट रचित तरीके से विपक्षियों से लाखों रुपए का लेनदेन कर जेल में बंद विपक्षियों को बाहर निकलवा दिया है जबकि उक्त लोग घटना में शामिल थे और अब जेल से छूटने के बाद विपक्षी पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
विवेचक महोदय की सोची समझी सुनियोजित योजना में सारे विपक्षी शामिल है तथा पीड़ित व उसके परिवार वालों को खुलेआम आरोपी धमकी दे रहे हैं और खुलेआम कह रहे हैं कि मामले की पहल करना बंद कर दो नहीं तो तुम्हारे बाप को मारा था वैसे ही तुम्हारे परिवार के साथ करेंगे वही शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि विवेचक डरा धमका कर गवाहों की खरीद फरोख्त कर रहे हैं पीड़ित का पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है तथा भय की वजह से अपनी सारी चल अचल संपत्ति बेचकर परिवार के साथ गांव से पलायन करने को मजबूर है पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक खीरी को शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।