लखीमपुर: ग्रामीण हाट बाजार की जमीन पर दबंगों का अवैध कब्जा, नही हो पा रहा निर्माण 

मितौली खीरी। नाबार्ड द्वारा प्रीतमपुर में ग्रामीणों के लिए एक ग्रामीण हाट बाजार की स्वीकृति दी गई थी और निर्माण सामग्री भी आई लेकिन दिव्यांग दम्पति का अवैध कब्जा होने के कारण हाट बाजार का निर्माण नही हो पा रहा है। करीब छः माह से निर्माण सामग्री आई पड़ी है। प्रशासन की हीलाहवाली में अवैध कब्जा अभी भी बरकरार है जिससे हाट (बाजार )बनने से रुका हुआ है। ग्रामीण हाट बाजार से करीब दो दर्जन से अधिक गांव के लोगों को इसका फायदा होता।  

मितौली ब्लाक की ग्राम पंचायत मुरईताजपुर के मज़रा प्रीतमपुर में बीते नवम्बर 2022 में ग्राम पंचायत प्रधान व क्षेत्रीय लेखपाल ने खुली बैठक कर ग्राम पंचायत की नवीन परती भूमि पर ग्रामीण हाट बाजार बनने का प्रस्ताव किया था। इसकी नाबार्ड द्वारा स्वीकृति भी मिल गई थी। करीब 15 लाख व कुछ अंश ग्राम पंचायत का लगकर इसका निर्माण होना था। लेकिन जिस नवीन परती भूमि पर प्रस्ताव हुआ था उस पर गांव के एक दिव्यांग दम्पति ने अवैध कब्जा कर लिया था। उस कब्जे को हटाने में प्रशासन उस दम्पति के आगे नतमस्तक दिखाई दे रहा है। वहीं हाट बाजार निर्माण के लिए अप्रैल माह 2024 में ईंट सीमेंट, बांस बल्ली, लोहा आ गया। करीब छः महीने बीत जाने के बावजूद भी अवैध कब्जा नही हट पाया। और निर्माण सामग्री वहीं पड़ी हुई है। 

क्षेत्रीय लेखपाल ने बताया कि जब स्वीकृति मिली थी उस भूमि को अवैध कब्जा मुक्त करा दिया गया था। लेकिन बाद में फिर से दिव्यांग दम्पति ने उस पर छप्पर की झोपड़ी बनाकर कब्जा कर लिया। 

अवैध कब्जा हटाने को लेकर कई बार इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से की गई। लेकिन कोई कार्रवाई न होने के कारण इसकी लेखपाल द्वारा एफआईआर भी कराई गई लेकिन अभी तक अवैध कब्जा है। जिससे हाट बाजार का निर्माण कार्य नही हो पा रहा है। 

पूनम देवी ग्राम प्रधान मुरईताजपुर  

मुरईताजपुर के प्रीतमपुर में ग्रामीण हाट बाजार का निर्माण होने की स्वीकृति नाबार्ड द्वारा दी गई थी करीब इसकी लागत 15 लाख रुपये थी। ग्रामीण हाट बाजार बनने से आसपास के गांवों का विकास होता लेकर अवैध कब्जा इसमें रोड़ा बना हुआ है।

प्रशुन सोनार, जिला विकास प्रबंधक खीरी (नाबार्ड)

इसकी शिकायत मिली थी जांच करवाई जा रही है। अवैध कब्जा हटाने को लेकर15 डी व एफआईआर की कार्रवाई की गई है। अवैध कब्जा खाली करवाने को लेकर अगर दिव्यांग दम्पति भूमिहीन है तो उन्हें ग्राम पंचायत में कंही भूमि उपलब्ध कराने को लेकर कहा गया है। 

विनीत कुमार उपाध्याय एसडीएम मितौली

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