बरेली। यूपी के बरेली में गांधी प्रतिमा के सामने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा लगाए जाने के लिए आमरण अनशन पर कांग्रेस नेताओं को बैठे हुए आज तीसरा दिन है, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन ने उनकी कोई सुध नहीं ली है। आमरण अनशन पर बैठे नेताओं का अभी तक कोई मेडिकल चेकअप भी नहीं कराया गया है। वही कांग्रेस नेताओं में गुटबाजी भी नजर आ रही है। कांग्रेस के कई बड़े नेता आमरण अनशन में मौजूद नहीं है।
चौकी चौराहे पर लगी थी पंडित नेहरू की प्रतिमा
दरअसल चौकी चौराहे पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा लगी हुई थी। स्मार्ट सिटी के कार्यों के दौरान सौंदर्यीकरण करने के लिए उस प्रतिमा को हटा दिया गया है। लंबा समय बीतने के बावजूद भी जब पंडित नेहरू की प्रतिमा नहीं लगाई गई तो कांग्रेस नेताओं ने जिला प्रशासन को ज्ञापन दिए। ज्ञापन के बाद भी जब पंडित नेहरू की प्रतिमा नहीं लगाई गई तो कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ केवी त्रिपाठी जिन्हें गुरु जी के नाम से भी जाना जाता है, जिलाध्यक्ष अशफाक सकलैनी, जिला उपाध्यक्ष दिनेश दद्दा, जिला महासचिव उल्फत सिंह कठेरिया आमरण अनशन पर बैठ गए।
सौंदर्यीकरण के नाम पर साजिश के तहत हटाई गई नेहरू प्रतिमा
आमरण अनशन पर बैठे प्रदेश प्रवक्ता गुरु जी डॉ केबी त्रिपाठी ने कहा कि भारत रत्न देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की चौकी चौराहा पर लंबे समय से प्रतिमा लगी हुई थी जिसको भाजपा सरकार ने आते ही सौंदर्यीकरण के नाम पर हटा दिया। उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रशासन पूरी तरह से हठधर्मिता पर है। लगातार कहने के बाद भी प्रतिमा का ना लगना संदेह पैदा करता है। उन्होंने कहा कि नेहरू जी की प्रतिमा लगने तक यह अनशन जारी रहेगा।
3 दिन बीतने के बाद भी नहीं पहुंची मेडिकल टीम
बड़ी बात यह है कि तीन दिन बीतने के बावजूद जिला प्रशासन ने आमरण अनशन करने वाले कांग्रेस नेताओं की कोई सुध नहीं ली है। उनका मेडिकल चेकअप तक नहीं कराया गया है। 51 घंटे से अधिक समय बीतने के बावजूद भी कोई मेडिकल टीम का अनशन स्थल पर न पहुंचना जिला प्रशासन की हठधर्मिता को दर्शाता है।