नई दिल्ली, 15 नवंबर। स्पीकएक्स जनरेटिव एआई टेक्नोलॉजी से अंग्रेजी सिखाने वाला नए दौर का प्लेटफॉर्म है, जो एक करार के तहत क्लाउडनाइन अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को अंग्रेजी बोलचाल में निपुण बना रहा है। करार का मकसद मरीजों, ग्राहकों, डॉक्टरों और सहकर्मियों के साथ आत्मविश्वास से बात करने में नर्सिंग स्टाफ को सक्षम बनाना है। इससे अस्पताल में सेवा की गुणवत्ता और बातचीत करने में नर्सिंग स्टाफ की निपुणता बढ़ेगी।
स्वास्थ्य सेवा में मरीजों से बातचीत में निपुणता अत्यावश्यक है। इस तथ्य के मद्देनजर स्पीकएक्स ने क्लाउडनाइन अस्पताल के नर्सिंग प्रोफेशनल की जरूरतों के व्यापक आकलन के बाद तदुनसार एक प्रोग्राम तैयार किया है। यह प्रोग्राम चिकित्साकर्मियों की यूनिक चुनौतियों जैसे मरीज और उनके परिवार के लोगों से बातचीत और टीम के अंदर बातचीत जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नर्सिंग स्टाफ को निपुण बनाएगा।
यह प्रोग्राम क्लाउडनाइन अस्पताल में 10 अक्टूबर को आरंभ किया गया। अस्पताल के 325 नर्सों को इसका लाभ मिला है। उनके अनुसार प्रशिक्षण देने के लिए इंटरैक्टिव मॉड्यूल और एक्सरसाइज़ और स्वास्थ्य सेवा में रियल-लाइफ चुनौतियों को ध्यान में रखा गया है। इससे सीखने का अनुभव दिलचस्प और काफी उपयोगी होगा।
हाल में हुए इस करार पर स्पीकएक्स के फाउंडर अर्पित मित्तल ने कहा, ‘‘ क्लाउडनाइन अस्पताल का मिशन बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएँ देना है। इसे पूरा करने में सहयोग देते हुए हम बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं। उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवा देने में नर्सिंग स्टाफ की बातचीत में निपुणता अत्यावश्यक है। हमें विश्वास है कि नर्सों को अंग्रेजी बोलचाल में निपुण बना कर हम मरीजों की सेवा का स्तर बढ़ा सकते हैं। यह करार नर्सिंग स्टाफ का आत्मविश्वास और उनकी सक्षमता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे मरीज के इलाज का स्तर और उनकी संतुष्टि बढ़ेगी। ’’
स्पीकएक्स हाल की एक अन्य उपलब्धि से भी सुर्खियों में है, जो गूगल स्टार्टअप एक्सेलेरेटर में चुना जाना है। जनरेटिव एआई टेक्नोलॉजी से अंग्रेजी सिखाने का नया दौर शुरू करने वाला यह प्लैटफॉर्म स्पीकएक्स अब 20 इनोवेटिव स्टार्टअप के समूह में जगह बनाने के लिए तैयार है। स्पीकएक्स को प्रोडक्ट डेवलपमेंट और ग्रोथ की रणनीतियां तैयार करने के लिए सटीक मार्गदर्शन और समर्थन मिल रहा है। इस संबंध में अर्पित ने कहा , ‘‘टेक्नोलॉजी सचमुच शिक्षा परिदृश्य बदल सकती है। खास कर इस सुविधा से वंचित लोगों को इसका अधिक लाभ मिलेगा। आज भारत में सिर्फ 8 प्रतिशत लोग अच्छी तरह से अंग्रेजी बोलते हैं, जिसका अर्थ यह हुआ कि अन्य असंख्य लोग इस कमी की वजह से शिक्षा, नौकरी और व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में पीछे रह जाते हैं। स्पीकएक्स में हम ने यह चुनौती दूर करने की ठान ली है।’’
गूगल स्टार्टअप एक्सेलेरेटर स्पीकएक्स को गूगल की जनेरेटिव एआई टेक्नोलॉजी और रिसोर्स इस्तेमाल करने की सुविधा देगा। इसकी मदद से यह प्लेटफ़ॉर्म यूजरों को अंग्रेजी सीखने का व्यक्तिगत और दिलचस्प अनुभव देने के अपने मिशन में कामयाब होगा। इसके आधे यूजर टियर 2 और टियर 3 शहरों के हैं। इसलिए स्पीकएक्स ने मध्यम आय वर्ग के लोगों सहित हर तरह के लोगों के लिए अंग्रेजी सीखना सुलभ बनाया है।
हाल के कुछ महीनों में स्पीकएक्स ने ग्राहकों में भारी वृद्धि की है। यह मासिक 10,000 पेड सबस्क्राइबर का आंकड़ा पार चुका है। स्पीकएक्स बहुत कम खर्च पर पर्सनल एआई कम्पैनियन दे रहा है। इसका सदस्यता मॉडल 299रु. प्रति माह का है। इसके परिणामस्वरूप इसका एन्युअल रिकरिंग रेवेन्यू (एआरआर) 500,000 डालर हो गया है। एलिवेशन और इंडियाकोशंट से 10 मिलियन डालर से अधिक फंडिंग के साथ स्पीकएक्स ने भाषा सिखाने के विश्व बाजार में अपनी खास जगह बना ली है।
स्पीकएक्स एडवांस जनरेटिव एआई और स्पीच टेक्नोलॉजी से अंग्रेजी सिखाने वाला नए दौर का प्लेटफ़ॉर्म है। यह विशेष कर ‘नॉन-नेटिव स्पीकारों’ के लिए बहुत लाभदायक है। स्पीकएक्स प्रत्येक यूजर की निजी जरूरत के अनुसार लेसन तैयार करता है। यह 24/7 तत्पर अपने एआई कम्पैनियन के माध्यम से यूजरों को निजी तौर पर इंस्ट्रक्शन और फीडबैक देता है। इस तरह हर एक भारतीय की ज़रूरतों को पूरा करने में सक्षम है। यूजर स्पीकएक्स की मदद से अंग्रेजी कौशल बढ़ाते हैं और अपने लिए अवसरों के नए द्वार खोलते हैं।
क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स भारत में मैटर्निटी और पीडियाट्रिक अस्पतालों का चेन है। यह अस्पताल प्रीनेटल और पोस्टनेटल उपचार, शिशु चिकित्सा और स्त्री रोग उपचार सहित तमाम स्वास्थ्य सेवाएँ देता है। यहां अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक और अनुभवी डॉक्टर और नर्स उपलब्ध हैं।