उत्तर प्रदेश के जालौन के उरई कोतवाली में दुष्कर्म के बयान दर्ज कराने गई पीड़िता के साथ सिपाहियों द्वारा दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है। इसकी शिकायत पीड़िता ने आज पुलिस अधीक्षक से की है।
उरई कोतवाली के एक मोहल्ले की रहने वाली युवती ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि उसके मकान मालिक में दुष्कर्म किया और उसके जेवरात लूटे, जिसकी शिकायत 11 नवंबर को की थी, जिसके संबंध में 15 नवंबर को उरई कोतवाली की कोबरा में तैनात सिपाही अंजेश यादव व सिपाही रामाधार यादव ने जांच के लिए बुलाया और ऑफिस में बयान लेने के बहाने दोनों सिपाही एक कमरे में ले गए और उसके साथ मारपीट करते हुए सिपाही अंजेश यादव और सिपाही रामाधार यादव ने जबरन दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। इस घटना के बारे में उसने अपनी दादी को बताया और उरई कोतवाली पहुंची जहां शिकायती पत्र दिया तो पुलिस वालों ने अभद्रता की। इतना ही नहीं एक महिला कांस्टेबल द्वारा उसकेे साथ मारपीट की गई। साथ ही कहा गया कि पुलिस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। दबाव बनाया कि इसमें समझौता कर लिया जाए।
इस मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गेश कुमार ने मंगलवार को मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार को दी है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा की जा रही है। साथ ही जो तथ्य सामने आएंगे उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।